(मुकेश सेठ)
(मुम्बई)
नवम्बर में मुख्यमंत्री के द्वारा महाराणा प्रताप की मूर्ति के संभावित अनावरण कार्यक्रम के तहत पूर्व गृहराज्यमंत्री व जिलाधिकारी अनुज झा ने किया स्थलीय निरीक्षण
DM ने निर्माण स्थल पर अधीनस्थ अधिकारियों के साथ पहुंच कर लिया जायजा कहा सौंदर्यीकरण के लिए किया जायेगा काम
सबकुछ तय योजना अनुसार होता रहा तो राजपूत सेवा समिति द्वारा जौनपुर के कलीचाबाद तिराहे पर स्थापित होने वाले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की भब्य मूर्ति का अनावरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा नवम्बर माह के अंतिम सप्ताह या दिसम्बर माह के प्रथम सप्ताह में में किए जाने की संभावना है।
मुख्य्मंत्री के द्वारा मूर्ति अनावरण के संभावित कार्यक्रम के तहत बुधवार को जिलाधिकारी अनुज कुमार झा अपने अधिनस्थों के साथ कार्य स्थल पर पहुंचकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने इस मौके पर मूर्ति स्थापना स्थल पर मौजूद महाराष्ट्र के पूर्व गृहराज्य मंत्री व भाजपा नेता कृपाशंकर सिंह व राजपूत सेवा समिति के सदस्य व बीजेपी के प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट ओम प्रकाश सिंह से मूर्ति की भब्यता और पार्क के सुंदरीकरण पर चर्चा की।
पूर्व गृहराज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि महाराणा प्रताप की मूर्ति के अनावरण हेतु मुख्य्मंत्री महोदय से नवम्बर के अंतिम सप्ताह या दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में अनावरण करने हेतु आग्रह किया गया है।
सिटी मजिस्ट्रेट जल राजन चौधरी, नगर पालिका के अधिशासी अभियंता पवन कुमार व चेयरमैन प्रतिनिधि डा. रामसूरत मौर्य के साथ मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य के एक- एक गतिविधि का गहनता से निरीक्षण किया।
बातचीत के दौरान कृपाशंकर सिंह ने बताया कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की यह भब्य मूर्ति पूर्वांचल की शान व जनपद की पहचान होगी। समिति के सदस्यों के ऐतिहासिक कार्य की सराहना किया। जिलाधिकारी ने भी आश्वासन दिया कि पार्क के सुंदरीकरण में कही से भी कोई कमी नहीं रहेगा।
ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि चेतक घोड़े पर सवार महाराणा प्रताप की भव्य मूर्ति 13 फीट ऊंची होगी जो करीब 9 फीट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित की जाएगी। दीपावली पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों मूर्ति का अनावरण का समय मांगा गया है। जौनपुर शहर के पश्चिमी प्रवेश द्वार पर लगने वाली इस मूर्ति से न सिर्फ जौनपुर अपितु पूरे पूर्वांचल का गौरव बढ़ेगा।
मौके पर राजपूत सेवा समिति के सदस्य रत्नाकर सिंह, रविन्द्र प्रताप सिंह, श्यामराज सिंह, सिद्धार्थ सिंह सहित भारी संख्या में सदस्य मौजूद थे।