लेखक -सतीशचंद्र मिश्रा
प्रस्तुत चित्र में एक तरफ हैं नेशनल सिक्युरिटी गार्ड (NSG) के वह देशभक्त जांबाज़ कमांडो पी.वी.मनीष, जिन्होंने 26/11 के मुंबई हमले में अपनी जान पर खेलकर 40 नागरिकों के प्राण बचाये थे। उसी दौरान हुए बमविस्फोट में घायल होने के बाद कमांडो पी.वी.मनीष का शरीर लकवाग्रस्त हो गया था। तीन साल के आयुर्वेदिक मसाज के द्वारा कमांडो पी.वी.मनीष के शरीर ने वर्ष 2012 में हरकत करना प्रारंभ किया था।
अत्यंत महंगी उस उपचार पद्धति का खर्च पी.वी.मनीष ने स्वंय किया था, वर्ष 2012 के बाद भी उन्हें इस उपचार की सख़्त जरूरत थी। लेकिन घर बनवाने के लिए दस लाख का कर्ज़ ले चुके इस देशभक्त ने जब सरकार से उस आयुर्वेदिक मसाज के इलाज़ के लिए मदद मांगी थी तो इस जांबाज़ कमांडो पी.वी.मनीष को तत्कालीन कांग्रेसी यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार ने टका सा यह जवाब दे दिया था कि, किसी आयुर्वेदिक उपचार के लिए ऐसा कोई सरकारी प्रावधान नही है।
चित्र में दूसरी तरफ है कुख्यात दुर्दांत आतंकी अब्दुल नसीर मदनी। इसने वर्ष 1989 में इस्लामिक सेवा संघ (ISS) नाम के संगठन की स्थापना की थी। आतंकी संगठन सिमी के साथ इसके संगठन के गहरे संबंध थे। 90 के दशक की शुरुआत में सिमी द्वारा की गयी ताबड़तोड़ आतंकी घटनाओं, बम विस्फोटों के बाद 1992 में इसकी संस्था ISS भी प्रतिबंधित कर दी गयी थी।
वर्ष 2006 में जब ये दुर्दांत आतंकवादी तमिलनाडु की जेल में बंद था तब आतंकी मदनी की मांग पर उसकी रीढ़ की हड्डी के ईलाज के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करूणानिधि जो की मौजुदा मुख्यमंत्री एम के स्तालिन के पिता थे ने पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन, आर वेंकटरमण, एपीजे अब्दुल कलाम और शंकरदयाल शर्मा सरीखे राष्ट्रपतियों का उपचार कर चुके राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आर. रविंद्रन समेत एक दर्जन आयुर्वेदिक मसाज विशेषज्ञों की टीम मदनी के इलाज़ के लिए तैनात की थी और उस टीम पर दसियों लाख रुपये सरकारी खजाने से खर्च हुए थे।
मुंबई हमले के 2 दिन बाद आतंकी मदनी ने बयान जारी कर के केरल के तत्कालीन मुख्यमंत्री अच्युतानंदन को अपने इलाज के लिए विशेष व्यवस्था करवाने के लिए विशेष रूप से धन्यवाद दिया था।

(लेखक स्वतंत्र पत्रकार व राजनीतिक विश्लेषक हैं)