(मुकेश शर्मा)
(ग्वालियर)
√ व्यापम के आरोपी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ गुलाब सिंह किरार, विष्णु अग्रवाल पर खास मेहरबान है जिला प्रशासन और नगर पालिका
√ अवैध रूप से बने सभी तलघरों के विरुद्ध की जायेगी प्रभावी कार्यवाही:EO
√ हमारी टीम अन लीगल नर्सिंग होम,पैथालॉजी लैब और अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लगातार कर रही है कार्यवाही:CMO
गत दिनों दिल्ली में हुए कोचिंग हादसे के बाद देशभर में तलघर में चलने वाली व्यवसायिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने तथा तलघरो को सील करने की प्रक्रिया भिंड जनपद के स्थानीय प्रशासन के द्वारा शुरू कर दी गई है। भिंड शहर में भी विगत कुछ दिनों से जिला प्रशासन सख़्ती से यह कार्यवाही कर रहा है लेकिन प्रशासन की इस कार्यवाही की जद में केवल छोटे-छोटे दुकानदार और आम आदमी ही शामिल है।

बड़े रसूखदार तथा प्रभावशाली लोगों के स्वामित्व की बिल्डिंगों में बनाए गए अवैध तलघरों को जानबूझकर छोड़ दिया गया है जिनमें बाजार के बाजार संचालित किये जा रहे हैं।
कई तलघरों में तो बैंक, निजी अस्पताल और पैथोलॉजी सेंटर आजभी संचालित हैं। शहर के दो बड़े होटल के तलघरों का भी खुलेआम व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है जबकि उनका इस्तेमाल केवल वाहन पार्किंग के लिए किया जाना चाहिए नीचे कुछ महत्वपूर्ण विल्डिंगों में बने तलघरों का जिक्र किया जा रहा है जहां उक्त संस्थान/ व्यावसायिक बाजार अवैध रूप से चल रहे हैं। कई तलघर ऐसे हैं जहां तक एबुलेंस और फायर ब्रिगेड तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं है ऐसे में अगर इनमें कोई हादसा अचानक हो गया तो बड़ी संख्या में जनहानि होने से नहीं रोकी जा सकती।
लश्कर रोड पर स्थित नगर पालिका भवन के सामने खुद नगर पालिका की तलघर में बनी लगभग 20 से ज्यादा दुकानों का संचालन हो रहा है

लश्कर रोड पर ही नगर पालिका से थोड़ा सा आगे एक निजी भवन में भिंड जिला अस्पताल से रिटायर हुए एक बड़े डॉक्टर एनसी गुप्ता का “गीता श्री अस्पताल” तलघर में चल रहा है जहां रोगियों को भरती भी किया जाता है और ओपीडी भी संचालित होती है।
लशकर रोड पर ही पूर्णा नर्सिंग होम की बिल्डिंग के तलघर में “ओरिएंटल बैंक का कॉमर्स” का संचालन हो रहा है। इसी रोड पर “भारतीय स्टेट बैंक” की मुख्य शाखा का प्रशासनिक कार्यालय भी तलघर में चलता है।
जिला अस्पताल के सामने हाउसिंग कॉलोनी नई आबादी रोड के कॉर्नर पर बने होटल की बिल्डिंग के तलघर में लगभग 25 से ज्यादा दुकानें संचालित हो रही है।
जिला अस्पताल के सामने ही बंद हो चुके पेट्रोल पंप के ठीक बगल में अमायन वाले एक जैन साहब के तीन मंजिला भवन के बड़े तलघर में अल्ट्रासाउंड सीटी स्कैन एक्स-रे पैथोलॉजी आज की गतिविधियां चल रही हैं।
लश्कर रोड पर ही चक्कर वाली पुलिया के पास हाल ही में व्यापम घोटाले के आरोपी रहे और मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ गुलाब सिंह किरार द्वारा बनाए गए “होटल किंग्स इंपिरियल” के तलघर का इस्तेमाल सामूहिक भोज आदि के कार्यक्रमों के लिए किया जाता है। इसी तरह हाउसिंग कॉलोनी में चंदू की देवरिया के पास बने “होटल लेक व्यू पैलेस” के तलघर को भी अवैध रूप से शादी विवाहों और अन्य सामूहिक एकत्रीकरण के कार्यक्रमों के लिए उपयोग किया जाता है। जबकि यह क्षेत्र गौरी तालाब के डूब एरिया में आता है।

पुस्तक बाजार परेड चौराहे पर स्थित भगवती कंपलेक्स नामक मार्केट के तलघर में” भिंड नागरिक सहकारी बैंक” पिछले लगभग 20 साल से चल रही है जबकि इस तलघर के निर्माण की अनुमति भवन स्वामी जो कि शहर के बहुत ही संपन्न तथा राजनीतिक रसूख वाले व्यक्ति हैं को केवल वाहनों के पार्किंग के लिए दी गई थी इस बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लगभग 50 से ज्यादा पुस्तकों की दुकानें हैं फर्स्ट फ्लोर पर “भारतीय जीवन बीमा निगम” का ऑफिस संचालित है जहां प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में दुपहिया और चार पहिया वाहनों का पार्किंग होती है। बिल्डिंग के पूरे तलघर को व्यावसायिक गतिविधियों में उपयोग किए जाने के कारण ग्राहकों के सभी वाहन बिल्डिंग के सामने सड़क पर पार्क किए जाते हैं। जिससे वहां दिनभर ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं ।” भिंड नागरिक सहकारी बैंक” का तो मुख्य प्रवेश द्वार ही बहुत स॔करा है। अगर उसमें अचानक पानी भर गया तो वहां मौजूद कर्मचारी, उपभोक्ता,आम नागरिक तेजी से उसमें से बाहर भी नहीं निकल पाएंगे।
हाउसिंग कॉलोनी के पुरानी घास मंडी इलाके में पुरानी शंकर डेयरी वाली बिल्डिंग के तलघर में अवैध दुकानें चल रही हैं। यहीं इमली वाली गली घास मंडी में ही विष्णु अग्रवाल के मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के विशाल तलघर में भी होटल रेस्टोरेंट तथा अन्य दुकानें अवैध रूप से चलाई जा रही हैं। जबकि इस बिल्डिंग में भूतल पर कई दुकानें और प्रथम, द्वितीय तल पर कई आवासीय फ्लैट बनाए गए हैं जहां पार्किंग के लिए केवल यही तलघर उपलब्ध है।
जिसको बिल्डिंग के मालिकों द्वारा अवैध रूप से धन कमाई के लिए व्यावसायिक गतिविधियां संचालन करने के लिए किराए पर उठा दिया गया है।
इसी पुरानी घास मंडी के राज टॉकीज वाले नाले के डूब क्षेत्र में ही नेहरू बालवाड़ी वाली गली में लगभग एक दर्जन से ज्यादा अवैध बहु मंजिले भवन बने हुए हैं जिनके तलघर में लेडिस मार्केट (लेडिस सामान की दुकानें) चल रही हैं। इसी गली में एक मॉल नुमा बहुमंजलि इमारत के ताल घर में हाउसिंग कॉलोनी का डाकघर भी संचालित होता है ।
यही इसी क्षेत्र में “होटल कान्हा” पैलेस के तलघर में भी अवैध दुकानों का संचालन हो रहा है। यह होटल भी रसूखदार लोगों का है।
इस बाबत मुख्य नगर पालिका परिषद अधिकारी भिंड यशवंत वर्मा का कहना है कि,आपने जितने नाम बताए है उन सभी बिल्डिंग मालिकों, नागरिक सहकारी बैंक और होटल मालिकों सहित सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है क्योंकि तलघर पार्किंग के लिए बनाए जाते हैं व्यवसाय के लिए नहीं। इनके विरुद्ध जल्द प्रभावी कार्यवाई की जाएगी,बाकी रही बात पैथोलॉजी लैबों की तो इनपर जिला चिकित्सा अधिकारी कार्यवाई करेंगे।
उधर भिंड के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर शिवराम कुशवाहा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम एसे नरसिंहोम, पैथोलॉजी लैबों और अल्ट्रासाउंड सेंटरों के विरुद्ध लगातार कार्यवाही कर रही है जो तलघरों में चल रहे हैं आज भी हमारी टीम ने कुछ जगहों पर कार्यवाही की है।
कुल मिलाकर यह कहना बिल्कुल गलत नही होगा कि जब भी देश में कोई बड़ी दुर्घटना या फ़िर मीडिया में मुद्दे गर्माते है तब शासन, प्रशासन कोरम पूरा करने के लिए सड़को पर उतरते है फ़िर वही रीत नीति चलती रहती है क्योंकि रसूखदारो के गले कौन पकड़ने की हिम्मत करे, यह एक बड़ा प्रश्नचिन्ह सरकार के माथे चस्पा है।