(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ सत्ता में साझीदार अपना दल(एस) के शोहरतगढ़ से विधायक विनय वर्मा और एसपी प्राची सिंह की तनातनी बनी है चर्चा का विषय
आये दिन यह चर्चा जेरे बहस हो जाती है कि योगी सरकार में अफ़सरशाही, अधिकतर जनपतिनिधियों को कुछ ख़ास तवज्जो नही दे रहे है जिससे आये दिन अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों की भिडंत आम बात होती जा रही है।
इस समय सत्ता में साझीदार अपना दल (एस) से शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक विनय वर्मा एसपी प्राची सिंह के ट्रांसफर को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं।
लगातार छठवें दिन गांधी प्रतिमा के सामने धरनारत विधायक विनय वर्मा ने आरोप लगाया कि एसपी की शह पर पुलिस उनके समर्थकों पर दबाव बनाकर सादे कागज पर हस्ताक्षर करा रही है।

गौरतलब है कि योगी सरकार में सहयोगी दल अपना दल के सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ विधानसभा से विधायक विनय वर्मा ने मुख्यालय के नगर पालिका ऑफिस के नीचे महात्मा गॉंधी के प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन शुरू किया। उनका कहना है कि ज़ब तक जिले की एसपी को यहां से नहीं हटाया जाएगा तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। यह धरना प्रदर्शन पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर प्राची सिंह के खिलाफ कर रहे हैं।
विधायक ने फोन पर जिलाधिकारी से की शिकायत की। विधायक का जिलाधिकारी से फोनिक वार्तालाप का वीडियो किया वायरल हो रहा है।
विधायक ने पिछले दिनों शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली के पलटने के बाद उसमें आग लगने से हुई चालक की मौत की जांच में कुछ लोगों को बचाने का ढेबरुआ थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया था।
इसके अलावा विधायक ने जायज पैरवी करने पर शोहरतगढ़ थानाध्यक्ष द्वारा उनके साथ अभद्रता करने और कस्बे में मादक पदार्थ माफियाओं को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया है।
विनय वर्मा ने दावा किया कि ढेबरुआ और शोहरतगढ़ के थानाध्यक्षों को पुलिस अधीक्षक द्वारा उनके साथ भेदभाव करने और उनकी बात न मानने का निर्देश दिया गया है।
कुल मिलाकर MLA की थानाध्यक्ष से शुरू तनातनी अब पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण तक पहुँच चुकी है।
हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि थानाध्यक्ष से शुरू तनातनी एसपी के ट्रांसफर की मांग को लेकर धरने पर बैठे विधायक की मांग पर ख़ुद उनके दल का नेतृत्व सामने नही आ रहा है तो ऐसे में विनय वर्मा एसपी के खिलाफ़ शासन से क्या करवा पाते हैं या ख़ुद धरना खत्म कर अपनी राह थाम लेते हैं,यह देखना दिलचस्प रहेगा!