(मुकेश सेठ)
( मुंबई)
√ १६ जुलाई की लैब रिपोर्ट में हुआ खुलासा कि प्रसाद में फिश ऑयल मिलाने की हुई पुष्टि,सवालों के घेरे मे पूर्व जगन रेड्डी सरकार
√ मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाये जाने का आरोप लगाते हुए भेजा था जाँच के लिए
√ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि इस प्रकरण में हमने मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू से बात कर पूरी जानकारी ली है,मामले की कराई जायेगी जांच
√ DCM पवन कल्याण नें कहा कि सनातन धर्म रक्षा बोर्ड का गठन करे केंद्र सरकार तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा दोषियों को दी जायेगी कड़ी सजा
√ पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी की बहन व पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष शर्मिला ने सीएम नायडू के दावे की पुष्टि के लिए CBI जांच की मांग उठाई
जबसे विश्व के सबसे अमीर मंदीर और करोड़ो लोगों की आस्था,श्रद्धा के केंद्र तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने की पुष्टि लैब रिपोर्ट में आई है तब से लेकर इस पर देश दुनिया में बसे करोड़ो सनातन धर्मियों में भयंकर आक्रोश व्याप्त है। मालूम हो कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछले दिनों तिरुपति बालाजी के प्रसाद में जानवरों की चर्बी से बने पदार्थ मिलाये जाने के सनसनीखेज आरोप लगाते हुए गत ९ जुलाई को प्रसाद के को गुजरात के लैब में भेजा था।
जिसकी रिपोर्ट गत १६ जुलाई को आई और उसमें जानवरों की चर्बी से बने पदार्थ मिलाये जाने की पुष्टि हो गई है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम से भेजे गए नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट में कहा गया है कि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में फिश ऑयल मिलाया गया था लड्डुओं के नमूनों को परीक्षण के लिए गुजरात में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड को भेजा गया था।
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू की तैयारी में घटिया सामग्री और पशु वसा के उपयोग पर विवाद के बीच सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी ने गुरुवार को दावा किया कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि की गई है।
उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा नें इस प्रकरण पर मुख्यमंत्री नायडू से बात कर पूरी जानकारी प्राप्त की है तो केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि इस अक्षम्य अपराध के लिए दोषियों को दिलाई जायेगी कठोर सजा।
जबकि राज्य के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण नें केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि सनातन धर्म रक्षा बोर्ड बनाया जाए।
वहीं सत्ताधारी प्रवक्ता अनम वेंकट रमना रेड्डी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लैब रिपोर्ट दिखाई, जिसमें दिए गए घी के नमूने में “बीफ टैलो” की मौजूदगी की पुष्टि की गई है।लैब रिपोर्ट में नमूनों में “लार्ड” (सूअर की चर्बी से संबंधित) और मछली के तेल की मौजूदगी का भी दावा किया गया है। नमूना प्राप्ति की तारीख ९ जुलाई २०२४ थी और लैब रिपोर्ट १६ जुलाई की थी।
टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने कहा कि नमूनों की प्रयोगशाला रिपोर्ट प्रमाणित करती है कि तिरुमाला को आपूर्ति किए गए घी को तैयार करने में जानवरों की चर्बी और पशु वसा-लार्ड और मछली के तेल का उपयोग किया गया था।
आंध्र प्रदेश सीएम चंद्रबाबू नायडू के आरोप के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, वाईएसआरसीपी अध्यक्ष और पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन, राज्य कांग्रेस प्रमुख वाईएस शर्मिला ने नायडू के दावे की पुष्टि के लिए सीबीआइ जांच की मांग की है।
तिरुपति लड्डू विवाद पर भाजपा नेता और टीटीडी बोर्ड के पूर्व सदस्य भानुप्रकाश रेड्डी कि हम बहुत दुखी हैं और हम इस मुद्दे की निंदा करते हैं। हम जगन मोहन रेड्डी, टीटीडी के चेयरमैन भुमना करुणाकर रेड्डी, वाईवी सुब्बा रेड्डी और तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी धर्म रेड्डी के खिलाफ शिकायत दर्ज करा रहे हैं। अभी हम लड्डू प्रसाद बनाने के लिए शुद्ध गाय के घी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उधर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस पर कहा कि सनातन धर्म को मिटाने के लिए बड़े पैमाने पर साजिश चल रही है इस घटना के जिम्मेदार को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए।