(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
गबन की धनराशि न जमा कराने वालों पर केस दर्ज करा की जायेगी संपत्ति जब्त कहा जिला पंचायत राज अधिकारी नें
जिलापंचायतराज अधिकारी किरण चौधरी ने बताया कि ग्राम पंचायत की ऑडिट प्रतिवर्ष नियमित रूप से की जाती है, जिनकी वार्षिक समीक्षा पंचायती राज समिति विधानसभा द्वारा भी होती है।
कुछ सचिव, प्रधानों द्वारा बार-बार कहने के पश्चात भी ऑडिट का परिपालन नहीं कराया गया।
पचायतीराज समिति विधानसभा द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियाँ एवं पंचायते मथुरा द्वारा वित्तीय वर्षवार ग्राम पंचायतों में गबन की धनराशि की वसूली हेतु कहा गया है, जिसमें उत्तरदायी प्रधान, सचिव को अनेकों बार प्रेषित पत्राचार उपरान्त भी अधिभार की धनराशि जमा नहीं कराई गई है।अधिभार की धनराशि पचायतीराज अ अधिनियम की धारा-5 के अनुसार भू-राजस्व के बकाये के रूप में ग्राम प्रधान एवं सचिव से संग्रह व्यय सहित वसूल किये जाने हेतु आदेश पारित हैं। अतः निम्न सचिव और प्रधानों से तहसील की मदद राजस्व की भांति से धनराशि की वसूली प्रारंभ कर दी गई है। धनराशि न जमा करने पर इनके विरुद्ध प्राथमिक की दर्ज कराकर संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही भी की जाएगी।
जिनमें विकास खण्ड बलदेव की ग्राम पंचायत शाहपुर बांगर में वित्तीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि 462320 रुपये ब्रजमोहन, प्रधान व सचिव तथा ग्राम पंचायत सराव सहलवाहन की अधिभारित 447813 रुपये कालीचरन, प्रधान व नानकराम, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी वसूल करते हुए विकास खंड बलदेव से कुल अधिभारित धनराशि 910133 रुपये वसूल किया जाएगा।
इसी कड़ी में विकास खण्ड चौमुहां की ग्राम पंचायत सहार में वितीय वर्ष 2016-17 के अधिभार की धनराशि 2159875 रुपये अजमल अली शेख, प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत सेमरी की अधिभारित धनराशि 45000 रुपये सत्यपाल सिंह, प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत नरी की अधिभारित धनराशि 2468700.51 रुपये श्रीमती जमुना देवी, प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत तरौली जनूबी की अधिभारित धनराशि 4436 रुपये मोहन श्याम प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से ग्राम पंचायत आंड्राई की अधिभारित धनराशि 100119 रुपये श्रीमती देवी प्रधान व विष्णु शर्मा, सचिव से, ग्राम पंचायत अस्तौली की अधिभारित धनराशि 34670 रुपये श्रीमती रामवाली, प्रधान व विकास उपाध्याय, सचिव से तथा ग्राम पंचायत सेनवा की अधिभारित धनराशि 1322636 रुपये राजेश शर्मा, प्रधान व रवीद्र कुमार वशिष्ठ, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी आधी धनराशि वसूल करते हुए विकास खंड चौमुहा से कुलअधिभारित धनराशि 6135436 रुपये वसूल किया जाएगा।
वहीं विकास खण्ड छाता की ग्राम पंचायत जटवारी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के अधिभार की धनराशि र4701630 रुपये सुरेश, प्रधान व अजय सिंह, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी धनराशि वसूल किया जाएगा। दूसरी तरफ विकास खण्ड मॉट की ग्राम पंचायत खावल में वित्तीय वर्ष 2015-16 के अधिभार की धनराशि 35000 रुपये श्रीमती सरोज, प्रधान व देवीपूजन उपमन्यु, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी धनराशि वसूल किया जाएगा। विकास खण्ड नौहझील की ग्राम पंचायत शल्स में वितीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि 40 हजार श्रीमती अंगूरी देवी, प्रधान व पन्नालाल उपाध्याय, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी आधी धनराशि वसूल किया जाएगा।
विकास खण्ड मथुरा की ग्राम पंचायत गनेशरा ने वितीय वर्ष 2014-15 के अधिभार की धनराशि 517504 रुपये श्रीमती जमुना देवी, प्रधान व ओमप्रकाश दीक्षित, सचिव से तथा ग्राम पंचायत अड्की की अधिभारित धनराशि 100100 रुपये श्रीमती कश्मीरा, प्रधान व ओमप्रकाश दीक्षित, सचिव से संग्रह व्यय सहित आधी-आधी वसूल करते हुए विकास खंड मथुरा से कुल अधिभारित धनराशि 617604 रुपये वसूल किया जाएगा। इस प्रकार जनपद के छ विकास खंडों से कुल धनराशि 12448803 वसूल किया जाएगा।
ऑडिट अधिभार मामले में विकासखंड बलदेव, छाता, चौमुंह की स्थिति सबसे खराब है।
सबसे ज्यादा लंबित अधिभार के प्रकरण इन्हीं विकास खंड से संबंधित है।
शासन द्वारा की जा रही सख्ती से प्रधानों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं पंचायत राज विभाग में गबन हुई धनराशि का प्रधान, सचिव से वसूली के प्रयास में जुट गया है।