(संजय राय)
(दिल्ली)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी समेत कई केंद्रीय मंत्री, जनप्रतिनिधि होंगे शामिल
पुरी के गजपति महाराजा श्री दिव्य सिंह देब भगवान जगन्नाथ की पूजा करने वाले पहले सेवक होंगे
विशाल धार्मिक आयोजन में अयोध्या,हरिद्वार,ऋषिकेश,पुरी बनारस समेत देश भर के सभी देवस्थानों से संतों,महात्माओं,अध्यात्मिक शीर्ष नेताओं की होगी सभा बताया डॉ मनोरंजन मोहंती नें
उत्तर प्रदेश के नोएडा के भगवान जगन्नाथ मंदिर में भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। नोएडा के सेक्टर-१२१ में नवनिर्मित मंदिर के परिसर में पांच दिवसीय भव्य समारोह २९ जनवरी से २ फरवरी २०२५ के बीच आयोजित किया जाएगा। मंदिर की प्रबंधन समिति श्री जगन्नाथ समिति द्वारा आयोजित चार देवताओं के अभिषेक समारोह में लाखों भक्तों के भाग लेने की उम्मीद है। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को श्री जगन्नाथ समिति की प्रबंधन समिति ने २ फरवरी २०२५ को वसंत पंचमी के पवित्र दिन पर होने वाले महोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि बनने के लिए आमंत्रित किया है। पुरी के गजपति महाराजा श्री दिव्य सिंह देब भगवान जगन्नाथ की पूजा करने वाले पहले सेवक होंगे।
इस शुभ अवसर पर भाग लेने वाले अन्य गणमान्य व्यक्तियों में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, नोएडा के विधायक पंकज सिंह एबं छत्तीसगढ़ के विधायक पुरंदर मिश्रा प्रमुख शामिल हैं।
प्राण प्रतिष्ठा हिंदू परंपरा में देवताओं की मूर्ति का अभिषेक करने का एक महत्वपूर्ण और पवित्र अनुष्ठान है। शुभ दिन के कार्यक्रम में विशेष धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, आध्यात्मिक उपदेशों और सामुदायिक समारोहों की श्रृंखला का प्रदर्शन शामिल होगा, जो पुरी के मुक्ति मंडप द्वारा प्रतिनियुक्त पुजारियों की टीम द्वारा आयोजित प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम समारोह के साथ समाप्त होगा।
मंदिर प्रबंधन समिति के महासचिव डॉ. मनोरंजन मोहंती, उपाध्यक्ष प्रमोद भाल और संयुक्त सचिव धनेश्वर नायक द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन में घोषित इस विशाल धार्मिक कार्यक्रम में अयोध्या, हरिद्वार, ऋषिकेश, पुरी, बनारस आदि जैसे भारत के सभी देवस्थानों के साधुओं, संतों और महात्माओं जैसे धार्मिक और आध्यात्मिक शीर्ष नेताओं की सभा होगी। नोएडा में ए-१, सेक्टर-१२१ के विशाल हरे-भरे परिदृश्य पर स्थित भव्य और अद्भुत जगन्नाथ मंदिर के निर्माण में पंद्रह साल लग गए। ओडिशा के पुरी में मूल प्राचीन जगन्नाथ मंदिर की तुलना में यह अपेक्षाकृत एक आधुनिक संरचना है। मंदिर की मूल वास्तुकला पारंपरिक भारतीय मंदिर रुपरेखा को दर्शाती है, जिसमें जटिल और उत्तम पत्थरों की नक्काशी है। मंदिर के विशाल और भव्य सिंह द्वार पर भक्तों का गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह में चार देवताओं को स्थापित करने के लिए रत्न सिंहासन है। पुराने अस्थायी मंदिर का निर्माण वर्ष २०१३ में शिलान्यास के साथ किया गया था।
मीडिया से बातचीत में डॉ. मनोरंजन मोहंती ने आगे बताया कि नवनिर्मित मंदिर से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भक्तों की बढ़ती आबादी की धार्मिक और आध्यात्मिक आकांक्षाओं और दायित्वों के पूरा होने की उम्मीद है। यह मंदिर पूरे वर्ष नियमित रूप से धार्मिक अनुष्ठानों, सांस्कृतिक त्योहारों और सामुदायिक मेल-मिलापों की मेजबानी के प्रमुख केंद्र के रूप में बना हुआ है। श्री मोहंती ने कहा कि मंदिर के कार्यक्रमों के वार्षिक कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण उत्सव वर्ष २०१३ से पुरी की तरह रथ यात्रा का आयोजन करना रहा है।
(खबरनवीस, “आज ” अखबार में नेशनल ब्यूरों हैं)