(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ बसंत पंचमी से ब्रज में प्रारंभ हुआ रंगोत्सव का 40 दिन चलने वाला पर्व होली
√ भक्तों की सुरक्षा और सुविधा के लिए जिला प्रशासन ने किये पुख़्ता बंदोबस्त
विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में बसंत पंचमी से अबीर गुलाल उडने लगा है। ब्रज में बसंत पंचमी से होली का आगाज हो गया। ब्रज में होली का उत्सव 40 दिन चलता है। फागुन का पूरा महीना होली की मस्ती के नाम रहता है। बृज में अभी से ही होली की शुरुआत हो चुकी है। काफी संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य से होली खेलने के लिए मथुरा वृंदावन पहुंच रहे हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रज में बसंत ऋतु के आगमन के साथ ही बसंत पंचमी के दिन से होली की शुरुआत हो जाती है। ब्रजभूमि में इस त्योहार का अपना अलग ही महत्त्व है। ब्रज के इस 40 दिनी महोत्सव का बंसत पंचमी से शुभारंम्भ हो गया। प्रमुख मंदिरों में जमकर गुलाल उड़ा। वृन्दावन के विश्वप्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में होली का नजारा बेहद मनभावन था। मंदिर में श्रृंगार आरती के बाद सबसे पहले मंदिर के सेवायत पुजारी ने भगवान बांके बिहारी को गुलाल का टीका लगाया, इसी के साथ होली के इस पर्व की विधिवत शुरुआत हो गई। इसके बाद मंदिर प्रांगण में मौजूद श्रद्धालुओं पर सेवायत पुजारियों द्वारा जमकर बसंती गुलाल उड़ाया गया। मंदिर में होली की विधिवत शुरुआत होने के कुछ देर बाद ही प्रांगण में माहौल बेहद खुशनुमा हो गया। यहां सिर्फ गुलाल ही गुलाल नजर आया। मंदिर प्रांगण में मौजूद श्रद्धालुओं ने भी भगवान बांके बिहारी के साथ होली खेलने के इस पल का खूब आनंद उठाया। एक दूसरे को जमकर गुलाल लगाया।
ब्रज में होली की शुरुआत के साथ ही जिला प्रशासन के सामने भीड प्रबंधन की चुनौती शुरू हो जाती है। धीरे धीरे श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होता चला जाएगा। इसी को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।