(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ धरना स्थल पर पहुँचे जिलाधिकारी ने किसान नेताओं को दी हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट और कहा किसानों की दिक़्क़त दूर करने के होंगे प्रयास
√ रिपोर्ट की समीक्षा के बाद आगामी आंदोलन की घोषणा की जायेगी कहा किसान नेताओं ने
किसान मोर्चा के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर आज धरने के नौवे दिन जिलाधिकारी मनीष वर्मा किसानों के बीच पहुँचे।
उन्होंने किसान मोर्चा के नेताओं की सबसे बड़ी मांग हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट देते हुए भरोसा दिलाया कि किसानों के समस्याओं के समाधान के लिए वह हरसंभव प्रयास करेंगे।
उधर किसान मोर्चा के नेताओं ने कहा कि समन्वय समिति हाई पावर कमेटी रिपोर्ट की समीक्षा के बाद आगामी आंदोलन की रणनीति तय करेंगे।
आज धरने की अध्यक्षता किसान परिषद के नेता जयप्रकाश आर्य संचालन जगबीर नंबरदार और वीर सिंह नागर ने किया। धरने पर जय जवान जय किसान मोर्चा अखिल भारतीय किसान सभा भारतीय किसान परिषद कृषक शक्ति किसान एकता संघ किसान संघर्ष समिति ऐछर किसान यूनियन महात्मा टिकैत की समन्वय समिति ने बैठकर कलेक्ट्रेट पर धरने की मांगों के पूरा होने के उपलक्ष्य में धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया।

साथ ही फैसला लिया कि जल्दी ही मीटिंग बुलाकर हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी और आगे के आंदोलन के रणनीति बनाकर घोषणा की जाएगी।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने आज नौवे दिन धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान आंदोलन हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के मकसद से शुरू किया गया था।
जिसमें एनटीपीसी के किसानों की समिति के गठन के संबंध में रोजगार के संबंध में एवं जिले में डीएमआईसी पेरीफेरल एक्सप्रेसवे हाइटेक सिटी अंसल हाइटेक सिटी आदि सभी प्रोजेक्ट के सक्षम अधिकारियों के साथ एक महीने के अंदर उनकी समस्याओं को निराकरण के लिए जिलाधिकारी के हस्तक्षेप से बातचीत कराये जाने का लिखित में आश्वासन लिया गया है।
भारतीय किसान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने संबोधित करते हुए कहा की लड़ाई आर पार की थी,विधायक और सांसद हाई पावर कमेटी सार्वजनिक करने में नाकाम साबित हुए।
जय जवान जय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील फौजी ने कहा कि जिलाधिकारी ने रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से यह कहकर इंकार कर दिया था की रिपोर्ट को सार्वजनिक करना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इस चुनौती को संयुक्त किसान मोर्चा ने स्वीकार करते हुए 14 अक्टूबर से रात दिन के धरने की शुरुआत की थी,जिसमें दिन प्रतिदिन संगठन और लोगों की संख्या जुड़ती चली गई।शासन और प्रशासन ने किसानों के बढ़ते दबाव के कारण ही रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है। किसान संघर्ष समिति ऐछर के अध्यक्ष बृजेश भाटी ने कहा कि यह लड़ाई की शुरुआत है सभी संगठन मिलकर समीक्षा करेंगे और आगे के आंदोलन की जल्दी ही घोषणा की जाएगी और आंदोलन बड़ा होगा।
किसान एकता संघ के नेता सोरेन प्रधान ने कहा कि हम किसान मोर्चा के साथ में हैं कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे।
भारतीय किसान यूनियन महात्मा टिकैत के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल तालान ने कहा की गौतम बुद्ध नगर का किसान जाग चुका है आंदोलन अपने निर्णायक दौर में है सफलता प्राप्त करके ही खत्म होगा।
किसान यूनियन कृषक शक्ति के नेता जितेंद्र भाटी ने कहा की हर कीमत पर आंदोलन के उसके अंतिम परिणाम तक पहुंचा कर ही हम लोग दम लेंगे। कलेक्ट्रेट पर रिपोर्ट की मांग को लेकर कर हम लोग आए थे जिसमें हमें पूरी सफलता मिली है, रिपोर्ट की समीक्षा कर आगे के आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
इस मौके पर आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष सुशील प्रधान और कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपक चोटी वाला ने किसानों का समर्थन करते हुए आगे भी आंदोलन में साथ रहने की घोषणा की।
इस अवसर पर पर निरंकार प्रधान, निशांत रावल, सुधीर रावल, भोजराज रावल ,शांति देवी, गीता देवी, हृदय शर्मा, अजब सिंह भाटी, सचिन भाटी एडवोकेट, विरेद्र राघव, मुकेश राणा, जितेंद्र राणा, करण राघव, पंकज खारी, नितिन राणा, सतबीर यादव, गबरी यादव, ओम दत्त पंडित जी, भीम सिंह, अजी पाल भाटी, सुंदर प्रधान पप्पू ठेकेदार, मनोज प्रधान, मनवीर खानपुर, सूल यादव बुधपाल यादव सतबीर यादव, मास्टर राजवीर सिंह, सतपाल खारी, गंगेश्वर दत्त शर्मा,धर्मेंद्र भाटी, अशोक भाटी, प्रशांत भाटी, गुरप्रीत एडवोकेट, मोहित भाटी, मोहित यादव, मोहित नागर, बाबा रंगलाल भाटी, जयप्रकाश आर्य और अनूप राघव ,गोपाल शर्मा, विक्रम भारती, जगत प्रधान संजय शर्मा, जयवीर प्रधान, सोनू पहलवान, नीरज गुर्जर, कंवरपाल प्रधान, सचिन एडवोकेट, जोगेंद्र देवी, रईसा, बेगम तिलक, चंदा बेगम, आशा यादव, रेखा चौहान, गुड़िया देवी, रीना भाटी, संतोष, सविता, रीता, गीता, सुनीता महिला पुरुष शामिल रहे।