(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ कैबिनेट मंत्री चौधरी नें कहा कि हमारे पूर्वजों नें सनातन की रक्षा के लिए सदैव किया संघर्ष
√ अगर बंट के रहेंगे तो बांग्लादेश जैसे हालात होंगे यहाँ भी- संत गोपीनंद तीर्थ
√ मथुरा में BNS 163 लागू होने के बाद भी हुई जनसभा में बीजेपी और हिंदुवादी संघटनों का विरोध गूंजा लोगों नें कहा हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ़ बुलंद करें आवाज़
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और उनके धार्मिक स्थलों पर तोडफोड के खिलाफ मथुरा में हिंदू स्वाभिमान मंच के बैनर तले गांधी प्रतिमा के निकट बड़ा प्रदर्शन किया गया।
मथुरा के विकास बाजार में हो रहे धरना प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने भी शिरकत की
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को तुरंत रोकने के साथ उन्हे सुरक्षा प्रदान करे। हिन्दू मंदिरों को टारगेट बनाया जा रहा है हिंदू बहन बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं उसे किसी प्रकार रोकने पर जोर दिया जाना चाहिए।
चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि सनातन धर्म में कहा गया है कि शास्त्र को पढ़ने के साथ ही शस्त्र को भी धारण किया जाना चाहिए।
हमारे पूर्वजों ने सनातन धर्म के लिए सदैव संघर्ष किया।
शास्त्र से काम नहीं चल रहा है तो शस्त्र उठाना ही पड़ता है, आज पूरे विश्व का हिन्दू कह रहा है कि शास्त्र से काम नहीं चल रहा तो हिंदुओं को अपनी रक्षा के लिए शस्त्र उठाना पड़ेगा।
धरना मै शामिल संत गोविंदनंद तीर्थ ने कहा कि अगर बंट के रहेंगे तो बांग्लादेश जैसे हालात भारत में भी होने में देर नहीं लगेगी।
इस समय भारत को दो भागों में बांटने के लिए जिहाद चल रहा है, इस लिए हर हिंदू को एक रहने की आवश्यकता है।
(उधर एक बड़ा सवाल उठ खड़ा हुआ है कि जब जिला प्रशासन ने मथुरा जनपद में BNS 163 लागू की हुई है तो उसकी नाक के नीचे इतनी भीड़ कैसे जमा हुई।
जनपद में प्रशासन ने 6 दिसंबर के मद्देनजर शहर मै धारा 163 लागू की गई, पर आज हिन्दू स्वाभिमान मंच के बैनर तले सत्ता धारी दल के लोगों ने बांग्लादेश मै हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध मै धरना प्रदर्शन आयोजित किया जिसमें सत्ताधारी दल के तमाम नेता मौजूद रहे और मथुरा में लागू धारा 163 का जमकर मजाक उड़ाया गया।
नगर मजिस्ट्रेट द्वारा लागू की गई धारा 163 के उलंघन पर मथुरा प्रशासन किस प्रकार की कार्यवाही सत्ता धारी दल के नेताओं पर करता है या सत्ता के आगे नतमस्तक होकर भारतीय संविधान के अनुरूप लगाई गई धारा 163 का मजाक सहन करता है।
इलाका पुलिस से कार्यक्रम की परमिशन के बारे में जानकारी की गई तो किसी ने भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया ऐसा प्रतीत होता है उक्त कार्यक्रम जिला प्रशासन की अनुमति के बगैर ही आयोजित किया गया है!)