(मुकेश सेठ)
(मुम्बई)
खेती किसानी मजूरी सब है खतरे में: डीपी सिंह
संयुक्त किसान मोर्चा ने ग्रेटर नोएडा के भट्टा परसौल गांव में शहीद दिवस को लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ग्रेटर नोएडा भट्टा पारसौल गांव में किसान सभा ने भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव के शहीद दिवस को लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता किसान सभा की केंद्रीय समिति के सदस्य कामरेड डीपी सिंह रहे।
कार्यक्रम का आयोजन उदयवीर मलिक,चंद्रपाल सिंह,कुंवर पाल सिंह मलिक और मंगू त्यागी ने किया।
विचार गोष्ठी में शामिल सैकड़ो लोगों को संबोधित करते हुए किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए शहीद हुए थे ,वर्तमान सरकार लोगों की आवाज बंद कर लोकतंत्र का अपहरण कर रही है विपक्ष को खत्म कर रही है तानाशाही कर रही है,जिसके खिलाफ खड़े होकर मुकाबला करने की चुनौती है।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि आज सांप्रदायिकता देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बन गई है,लोगों को धर्म जाति क्षेत्र के आधार पर बाटकर लड़ाया जा रहा है और कंपनियों के लिए सरकार नीतियां बन रही है।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि जो लोग भाजपा सरकार को चंदा नहीं दे रहे उनके यहां छापे डाले जा रहे हैं जो नेता अन्य दलों में है उनके यहां छापे डाले जा रहे हैं और उन्हें भाजपा में शामिल किया जा रहा है।
किसान सभा के उपाध्यक्ष गबरी मुखिया ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान सभा 10% आबादी प्लाट नए कानून की मांग को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है और जीत कर ही दम लेगी। किसान सभा के जिला सचिव निशांत रावल ने कहा कि सभी किसानों के बीच व्यापक एकता की आवश्यकता है और हमें अपने मुद्दों को राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए अपनी वोट ऐसे उम्मीदवार को देनी चाहिए जो किसान हितैषी हो।
विचार गोष्ठी को मुख्य वक्ता डीपी सिंह ने संबोधित करते हुए कहा यह वक्त बड़ा नाजुक है खेती,किसानी,मजूरी सब खतरे में है कुछ चंद कंपनियों के साथ सांठगांठ कर देश के सभी प्राकृतिक संसाधन और रोजगार खतरे में आ गए हैं।
बेरोजगारी अपने चरम पर है किसानों की जमीन कॉर्पोरेट के लिए कब्जा की जा रही है।
उन्होने आगे कहा कि आजादी से पहले भी किसान सभा कंपनियों के खिलाफ लड़ी थी,जमींदारों के खिलाफ लड़ी थी और जमीदारी उन्मूलन कराने में सफल रही थी। किसान सभा की विचार गोष्ठी का संचालन उदयवीर मलिक ने किया।
सतीश यादव एवं रतन गंभीर ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। आज की विचार गोष्ठी को बाबा रंगीलाल, सुरेंद्र यादव, विजय यादव, शिशांत भाटी, भोजराज रावल, सुरेश यादव, गुरप्रीत एडवोकेट, भगत सिंह एडवोकेट, धर्मेंद्र भाटी एडवोकेट, मनोज यादव, नितिन चौहान एवं सैकड़ो की संख्या में किसान मजदूर उपस्थित रहे।