(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 20 मई को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल/चक्का जाम करने की घोषणा की
दिल्ली, केंद्र व प्रदेश सरकारों की मजदूर विरोधी, जन विरोधी नीतियों के खिलाफ एवं मजदूर विरोधी श्रम संहिताओं (लेबर कोड़ों) को खत्म करवाने,जीवन यापन लायक न्यूनतम वेतन व अन्य कई मांगों/ समस्याओं को लेकर आज सोमवार को श्रमिक संगठनो का राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हुआ।
आज प्यारेलाल भवन आईटीओ नई दिल्ली पर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र क्षेत्रीय राष्ट्रीय फेडरेशनों/ एसोसिएशनों के संयुक्त मंच के आह्वान पर श्रमिक सम्मेलन में 20 मई को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल/ चक्का जाम की घोषणा की गई।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीटू के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड तपन सेन ने देश के श्रमिकों और आम लोगों के सभी वर्गों के सामने मौजूद बदतर हालात को रेखांकित करते हुए कहा कि एनडीए सरकार द्वारा अपनाई जा रही नीतियां मजदूर विरोधी, जन विरोधी है। इन नीतियों के चलते सरकार ने मेहनतकशों के जीवन और जीविका को बुरी तरह प्रभावित किया है। गरीबी, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और भुखमरी के हालात बन रहे हैं।

सम्मेलन को इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी और स्वतंत्र राष्ट्रीय क्षेत्रीय फेडरेशन/एसोसिएशनों के राष्ट्रीय नेताओं ने संबोधित किया और 20 मई को होने वाली हड़ताल की तैयारी में अभी से जी जान से जुट जाने का आह्वान किया।
कन्वेंशन की जानकारी देते हुए सीटू गौतमबुद्धनगर जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा, सीटू दिल्ली राज्य कमेटी अध्यक्ष कामरेड वीरेंद्र गौड ने बताया कि आज राष्ट्रीय सम्मेलन में लिए गए फैसलों को लागू करवाने के लिए दिल्ली, गाजियाबाद, गौतम बुध नगर में हमारी कमेटी व्यापक जन अभियान चला कर हड़ताल को पूरी तरह सफल बनाएगी।
सम्मेलन में पूरे देश से मेहनतकश लोगों के सभी वर्गों के प्रतिनिधियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
नोएडा से सीटू नेता रामसागर, सुनील पंडित, मुकेश कुमार राघव, पारस रजक, गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामस्वारथ आदि दर्जनों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।