(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
शासन नहीं दे रहा अनुमति , विवेचना हो रही प्रभावित
पुलिस भर्ती मेडिकल बोर्ड अध्यक्ष को आरोपी बनाने के लिए शासन को लिखा था पत्र
प्रदेश में हाल ही में हुई पुलिस भर्ती में अभ्यार्थियों को मेडिकल बोर्ड द्वारा फिटऔर अनफिट के खेल में मेडिकल बोर्ड द्वारा किए जा रहे खेल का खुलासा मथुरा में हुआ था और मेडिकल बोर्ड के सदस्यों द्वारा फिट ओर अनफिट करने के नाम पर घूस ली जा रही थी जिसका खुलासा तब हुआ जब मेडिकल भर्ती बोर्ड के सदस्यों को मथुरा पुलिस रिश्वत की रकम ओर अभ्यार्थियों के प्रवेश पत्रों को बोर्ड के सदस्यों और उनके प्राईवेट हॉस्पिटल से बरामद करते हुए गिरफ्तार किया था जिसकी गूंज पुरे प्रदेश में सुनाई दी गई थी अनेकों अभ्यर्थियों ने मेडिकल बोर्ड के डाक्टर फार्मासिस्ट पर मेडिकल में फेल करने के नाम पर डरा धमकाकर घूस लेने की बात को पुलिस के सामने स्वीकार किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद सभी लोग जेल भेज दिए गए थे अभी तक जमानत नहीं मिली है। पुलिस को आरोपितों से बरामद मोबाइल को खगलने पर अनेकों पक्के सबूत मिले है उनके आधार पर आगे विवेचना बढ़ रही हैं। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपितों ने मेडिकल बोर्ड की अध्यक्ष डॉ वंदना अग्रवाल का भी नाम लिया था । सूत्र बताते है कि विवेचना में देरी कर आरोपितों को जमानत दिलाने का प्रयास किया जा रहा है निर्धारित समय पर साक्ष्य संकलन कर अदालत में पेश करने में विफल होने पर आसानी से जमानत मिल जाएगी। विभागीय सूत्रों का दावा यह भी है कि मेडिकल बोर्ड की अध्यक्ष डॉ वंदना अग्रवाल को सीधे गिरफ्तार करने से बचा जा रहा है उसके लिए शासन को पत्र लिख कर अनुमति मांगी गई हैं जो अभी तक नहीं मिली हैं । ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार जीरोटोरेंस नीति को आईना दिखाया जा रहा है
मुख्य चिकित्सा अधिकारी मथुरा से जब इस संबंध मे बातचीत की गई तो उन्होने दबे स्वर में पुष्टि की। उन्होने बताया कि डॉ वंदना अग्रवाल पूर्व में जिला महिला अस्पताल मथुरा में तैनात रह चुकी हैं और जिला अस्पताल मथुरा के सभी स्टाफ से अच्छी तरह परिचित रही हैं अनेकों को वह व्यक्तिगत रूप से अच्छी तरह जानती हैं,उनके द्वारा यह कहना कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय मथुरा में प्राईवेट हॉस्पिटल के पंजीकरण होते हैं पभाकर हॉस्पिटल पंजीकरण मे मेरे द्वारा अनुमति दी गई थी वह अपने को बचाने के लिए अर्नगल बयान बाजी कर रही हैं । रिश्वत प्रकरण पर कहना है कि मुझे इस संबंध मे ज्यादा कोई जानकारी नहीं है इस संबंध मे अधिक जानकारी मेडिकल बोर्ड अध्यक्ष डॉ वंदना अग्रवाल ही दे सकती हैं कितने अभ्यर्थियों का मेडीकल हुआ ओर कितने अभ्यर्थी फिट ओर अनफिट मेडिकल किए गए