लेखक- सुभाष चन्द्र
√ अजय राय को कांग्रेस और गांधी परिवार की तरफ से स्नान के लिए भेजा किसने
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाकुंभ के विरुद्ध सबसे पहले अनर्गल प्रलाप आरम्भ कर जब उन्होंने पूछा कि संगम में स्नान करने से क्या गरीबी दूर होगी; भूखे को खाना मिलेगा और लोगों को नौकरी मिलेगी।
खड़गे की बात सुनकर किसी भी कांग्रेसी नेता को संगम स्नान के लिए नहीं जाना चाहिए था लेकिन फिर भी कुछ नेता गए और इस तरह उन्होंने पार्टी की विचारधारा के विरुद्ध काम किया जिसके लिए उन्हें कांग्रेस से निष्काषित किया जाना चाहिए।
इस विषवमन को पूर्व केंद्रीय मंत्री व काँग्रेस सांसद शशि थरूर ने आगे बढ़ाते हुए कहा कि “गंगा भी स्वच्छ रखनी है और पाप भी यहीं धोने हैं, इस संगम में सब नंगे हैं, जय गंगा मैया की”।
फिर तो कहानी ही ख़त्म हो गई और किसी कांग्रेसी को गंगा में नंगा होने के लिए जाने की जरूरत ही नहीं थी। वैसे भी शशि थरूर अपने को हिंदू धर्म का बहुत बड़ा ज्ञानी समझते हैं।
गूगल सर्च में यह भी जानकारी नहीं है कि कौन कौन कांग्रेसी संगम स्नान के लिए गया ,फिर भी कुछ जानकारी के अनुसार अमृतसर से कांग्रेस के सांसद गुरजीत औजला स्नान के लिए गए।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार अपनी पत्नी सहित गए और मुख्यमंत्री योगी जी के प्रबंधों की बहुत तारीफ की।
एक यह भी कांग्रेस नीति के विरोध में था, भला वह काँग्रेस के दुश्मन नम्बर 2 योगी की प्रशंसा कैसे कर सकते हैं।
इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी अपने परिवार के साथ संगम स्नान के लिए गये और डुबकी लगा आये।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि “मैंने खुद कुंभ में पहुंचकर स्नान किया था और आशीर्वाद लिया था, मैं कांग्रेस परिवार और गांधी परिवार के प्रतिनिधि के तौर पर वहां गया था और मैंने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर डुबकी लगाई थी”।
अब कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और गांधी परिवार को सफाई देनी चाहिए कि अजय राय को कांग्रेस और गांधी परिवार की तरफ से स्नान करने के लिए किसने अधिकृत किया था।
अब पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को बताना चाहिए कि शशि थरूर और अजय राय ने क्या पार्टी के विरुद्ध काम नहीं किया और क्या उनके महाकुंभ स्नान करने से कांग्रेस और गांधी परिवार के पाप धुल गए।
कांग्रेस ने क्योंकि शुरू से ही महाकुंभ का आधिकारिक तौर पर विरोध किया और इसलिए जो भी कांग्रेसी नेता संगम स्नान के लिए गए, उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए,क्या पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी में ऐसा करने का साहस है ?

(लेखक उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और यह उनके निजी विचार हैं)