★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
पद्मश्री पाण्डेय जी के द्वारा दशकों पूर्व एकला चलकर जलसंरक्षण अभियान आज जन जन आंदोलन में बदल रहा =रामकेश निषाद
पानी बचाओ जलयज्ञ अभियान में मातृशक्ति का अग्रणी होना यह सिद्ध करता है कि अब राज-समाज पानी की बूंदों की कीमत समझने लगा है=पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय
जल संरक्षण अभियान में सभी को राष्ट्रीय कर्तव्य समझ करनी होगी सहभागिता=सुनील पटेल
पाण्डेय जी के “खेत पर मेड़-मेड़ पर पेड़”अभियान का परिणाम है कि जलसंकट के लिए कुख्यात बाँदा चित्रकूट मण्डल आज पानी से खुशहाल हो रहा है=आरके सिंह पटेल
हम सभी को आगामी पीढ़ियों के लिए पानी बचाने के अभियान में जलयोद्धा पाण्डेय जी के साथ मिलकर करना होगा काम=आरपी सिंह
बाँदा जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के द्वारा आयोजित जल संरक्षण विषयक सम्मेलन में जिला पंचायत अध्यक्ष,राज्यमंत्री, सांसद,भारत सरकार में अपर सचिव/निदेशक,आयुक्त समेत तमाम महत्वपूर्ण लोगों ने लिया भाग
♂÷जल संरक्षण के लिए जलयोद्धा पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय जी द्वारा कई दशकों से स्वफूर्त कार्य करते रहने का परिणाम आज सिर्फ़ बाँदा-चित्रकूट ही नही बल्कि देश-दुनियां भी देख,सुनकर प्रेरित हो रही है इसके लिए निश्चित ही हम लोगों समेत सभी को पाण्डेय जी के साथ उनके अभियान में जी जान से लगना होगा।
उक्त सम्बोधन बाँदा में जिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के द्वारा आयोजित”बाँदा की हर बून्द बाँदा के नाम” सम्मान समारोह सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में भारत सरकार के जलजीवन जलशक्ति मंत्रालय में अपर सचिव/निदेशक अर्चना वर्मा ने मुख्य वक्ता के तौर पर कही।
उन्होंने आगे कहा कि आज जिस तरह से देश के अधिकतर हिस्से जलसंकट से निकलने का प्रयास कर रहे हैं तो इसके लिए कहा जा सकता है की सभी को जल प्रहरी बनना होगा,पानी बचाना होगा,सरकार हर तरह से इस अभियान को मदद दे रही है और प्रोत्साहित कर रही है।
उत्तरप्रदेश सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने कहा बाँदा की हर बून्द बाँदा के नाम जैसे सम्मान समारोह का आयोजन यह दर्शाता है कि उमाशंकर जी के द्वारा दशकों पूर्व अकेले चलकर प्रारम्भ किये गए जल संरक्षण अभियान अब जन अभियान में बदल रहा है।
पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय ने उपस्थित गणमान्य जनों को सम्बोधित करते हुए कहा की प्रधानमंत्री मोदी जी के जलआंदोलन के स्वप्न को जन आंदोलन बनाने के लिए जलक्रांति अभियान चलाएं।
उन्होंने कहा जलसंरक्षण के अभियान के लिए लिए सभी के साथ मातृ शक्ति का साथ आना यह सिद्ध करता है कि अब राज-समाज पानी की एक-एक बूंद की कीमत समझने के लिए तैयार हो चुकी हैं,यह मावनजीवन के लिए बहुत बड़ी बात है।आज जिस तरह से देश और दुनियां में जलसंकट गम्भीर ख़तरा बनता जा रहा है उससे निपटने के लिए इसी क्षण से हम सभी को जलयोद्धा की भूमिका में आकर एक एक बूंद को संरक्षित करने की कोशिश करनी पड़ेगी।क्योंकि पानी बनाया नही जा सकता किन्तु पानी बचाकर, जीवन जिया जा सकता है इसलिए कहा जाता है कि पानी ही परमेश्वर है।
उन्होंने आगे कहा बदलाव एक दिन में नही होता किन्तु एक दिन अवश्य होता है, अच्छे कार्यों की प्रशंसा होनी चाहिए,जल संरक्षण के क्षेत्र में जो भी लोग कार्य कर रहे है और सहयोग कर रहे है मैं उन सभी लोगों का आभार व्यक्त करता हूँ।
उत्तरप्रदेश सरकार में जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने कहा कि “बाँदा की हर बून्द बाँदा के नाम’जैसे यह सम्मान समारोह सम्मेलन का आयोजन होना यह दर्शाता है कि पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय जी दशकों पूर्व जिस जल संरक्षण अभियान की शुरुआत एकला चलकर की थी आज वह जन आंदोलन में बदल रहा है।
बाँदा सांसद आर के सिंह पटेल ने कहा कि मानववता और समाज के हितार्थ जीवन के सुखों के लिए कुटुम्ब को भी विस्मृत कर जीवन खपा रहे पद्मश्री उमाशंकर जी की जितनी भी प्रशंसा की जाय वह कम ही है, इनके “खेत पर मेड़-मेड़ पर पेड़” के द्वारा पानी बचाने की बुजुर्गों की विधि को आज फ़िर से उपाय में लाये जा रहे हैं जिसका परिणाम है कि कभी जलसंकट के लिए कुख्यात बाँदा-चित्रकूट आज पानी के क्षेत्र में खुशहाल हो रहा है।
चित्रकूट मण्डल आयुक्त आरपी सिंह ने कहा हम सभी को जलयोद्धा पाण्डेय जी से प्रेरणा लेकर वर्तमान में अपने लिए व भविष्य में आगामी पीढ़ियों के लिए पानी बचाने की दिशा में जलदूत बनकर बढ़ना होगा।
जिलाधिकारी बांदा दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा जल संरक्षण की दिशा में अभिनव प्रयोग कर “बांदा की हर बूंद बांदा के नाम” के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में 20 किसानों ने अपने खेतों में मेड़बंदी मनरेगा योजना से की। जबकि कुछ किसानों ने अपने पैसों से मेड़बन्दी की है जो कि स्वागतयोग्य है।
बाँदा के जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल ने कहा इस जल यज्ञ अभियान में वह सर्वजन का आह्वान करते हैं कि अपना राष्ट्रीय कर्तव्य समझ कर मानवहित मे अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करें।
इस कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या,एडीएम नमामि गङ्गे एम पी सिंह, जिला कार्यक्रम मनरेगा संजीव बघेल,सहायक आयुक्त मनरेगा राघवेंद्र तिवारी, ब्लाक प्रमुख बड़ोखर, ब्लाक प्रमुख महुआ, ब्लाक प्रमुख नरैनी,
ग्राम विकास अधिकारी, प्रमोद द्विवेदी अध्यक्ष कर्मचारी संघ बांदा ने सराहना की और सहयोग देने की बात कही।
कई ग्राम प्रधान अनूठे कार्य के लिए सम्मानित हुए। उनमें खास तौर पर महुआ विकासखंड के पतौरा गांव को पानीदार ग्राम पंचायत बनाने के संकल्प के बीच जब नेशनल वाटर मिशन की मिशन निदेशक और जलशक्ति मंत्रालय की अपर सचिव अर्चना वर्मा ने सम्मानित किया तो ग्राम प्रधान विनीता त्रिपाठी गदगद हो उठी।उत्साह से लबरेज ग्राम प्रधान श्रीमती त्रिपाठी ने बताया कि वह पहले जब ग्राम प्रधान बनी थीं तब उनका गांव पानी।को लेकर जलसंकट में था और डार्क जोन घोषित था लेकिन उन्होंने जल संरक्षण के क्षेत्र में अथक प्रयास करके न सिर्फ गांव को डार्क जोन के कलंक से बाहर निकाला, बल्कि गांव में दो दर्जन मेड़बंदी, कुएं और तालाबों का जीर्णोद्धार व सफाई कराकर भूगर्भ जलस्तर को ऊपर लाने का काम किया।ग्राम प्रधान ने बताया कि वह दिन दूर नहीं जब छोटा सा गांव पतौरा जलसंरक्षण व जलसंचयन के क्षेत्र में अपने कामों के लिए समूचे देश में जाना जाएगा। बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य, सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहने,जल विशेषज्ञ, शिक्षक,साहित्यकार,पत्रकार, किसान,छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम में महिला महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा जलसंरक्षण को लेकर एक सुन्दर नाटक प्रस्तुत किया गया, इसके लिए प्रधानाचार्य श्रीमती दीपाली गुप्ता का गणमान्य लोगों द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ अर्चना भारती ने किया।