√ प्रधानमंत्री के “आपदा” वाले आक्रमण ने भी केजरीवाल का अंत करने में निभाई अहम भूमिका
“हमने अपने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों के साथ प्रयागराज महाकुंभ में डुबकी लगाई है। क्या केजरीवाल जी अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ यमुना जी में डुबकी लगाने की चुनौती स्वीकार करेंगे- योगी आदित्यनाथ (दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान के दौरान)”
आस्था के महा आयोजन प्रयागराज महाकुम्भ में सनातन के महा सैलाब ने एक ऐसा अंडर करंट पैदा कर दिया है जिसने न केवल मिल्कीपुर विधानसभा में रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई वरन् दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने की भी भूमिका बना दी। इसके लिए आदित्यनाथ योगी को श्रेय दिया जाना चाहिए।
योगी जी ने दिल्ली में प्रचार अभियान के दौरान केजरीवाल को चैलेंज कर सनसनी पैदा कर दी थी जब उन्होंने कहा कि वे अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ यमुना जी में डुबकी लगाकर दिखाएं।
यमुना को स्वच्छ करने के संकल्प के साथ सत्ता में आए केजरीवाल अपने दो टर्म शासन में यही वादा दोहराते रहे लेकिन यमुना में दुर्दशा बनी रही। जाहिर है वे योगी के चैलेंज को नहीं स्वीकार कर सके। कानून व्यवस्था का मुद्दा भी योगी मॉडल के आगे दिल्ली में फेल रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में शुरू हुए दिल्ली चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी को आप दा कहकर उनकी झूठ- फरेब, झूठे नैरेटिव गढ़ने और भ्रम फैलाने वाली राजनीति पर जमकर प्रहार किया। इससे पूर्व बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो सेफ रहोगे नारे के साथ भाजपा हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव जीतने में कामयाब हुई थी।
इस समय देश में सनातन की बयार बह रही है। इस आंधी को अभी तक बरकरार रखा जा सका है। लेकिन सनातन के पोषकों में मतभेद इस आंधी के लिए खतरा बन सकते हैं, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
ध्यान रहे कि पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार महज 240 सीटों पर सिमट गई थी। इसलिए सत्ता और पावर अहंकार रहित होना चाहिए। जिसमें सभी सनातन समर्थकों को साथ लेकर चलने की उदारता भी होना चाहिए भले आलोचना के स्वर ही क्यों न उठे हों।
वैसे भी लोकतंत्र में आलोचना का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। केंद्र सरकार और यूपी समेत अन्य प्रदेशों में सत्तारूढ़ भाजपा सरकारें और यह माहौल बना रहे, देश के लिए इसकी बहुत जरूरत है। विपक्षी पार्टियां ताक में बैठीं हैं। और मौका मिलते ही झूठे नैरेटिव गढ़ना शुरू कर देंगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। देश मोदी जी के नेतृत्व में हिन्दू पुर्नजागरण और सांस्कृतिक उत्थान के अपने स्वर्णिम दौर से गुजर रहा है। योगी के नेतृत्व में यूपी में नए कीर्तिमान गढ़े गए हैं। उन्हें देश के भविष्य के रूप में भी देखा जा रहा है। ऐसे में कोई सनातनी नहीं चाहता कि कहीं कोई भ्रम या दरार की स्थिति बने।
और हाँ, उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट मिल्कीपुर में नकली कौशल नरेश की हार ने असली कौशल नरेश अर्थात प्रभु श्री राम के भक्तों की जीत ने विपक्ष का ये नैरेटिव ध्वस्त कर दिया जो पूरी तरह नकारात्मक राजनीति करने में संलग्न रही है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और यह उनके निजी विचार हैं)