लेखक:डॉ.के. विक्रम राव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कांग्रेसी विपक्ष पर हमला करने का मौका कभी नहीं चूका। हास्य की शैली उनका विशेष हथियार रहा। आज सागरतटीय तिरुवनंतपुरम की सभा में मार्क्सवादी मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और कांग्रेसी सांसद शशि थरूर के साथ वे मंच पर आसीन थे। अपने चिरपरिचित गुजराती मजाकिया लहजे में विशाल भीड से कह दिया कि “न जाने कितनों की नींद आज रात उड़ जाएगी।” याद रहे सांसद थरूर को हराकर मल्लिकार्जुन खरगे पार्टी अध्यक्ष बने थे।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सोनिया कांग्रेस की विरोधी है। सोनिया के खास सचिव केसी वेणुगोपाल और मार्क्सवादी विजयन घोर शत्रु हैं।
ऐसा परिदृश्य देखकर मोदी ने सोनिया पर भी हमला बोल दिया। प्रधानमंत्री ने कहा : “मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि आप इंडी गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज का यह कार्यक्रम कई लोगों की नींद उड़ाने वाला है। जहां मैसेज जाना था चला गया।”
इस आर्थिक संदर्भ में राजनीतिक पुट घोलते हुये मोदी ने उद्योगपति गौतम अडानी का मंच पर स्वागत किया, मार्क्सवादी मुख्यमंत्री और कांग्रेसी सांसद के साथ। अर्थात विपक्ष के नेता राहुल गांधी का अडानी विरोधी तराना बेसुरा हो गया।
अडानी और थरूर बड़े गर्मजोशी से मिले जो लाखों केरलावासियों ने ध्यान से देखा होगा।
केरल तट पर निर्मित विझिनजम अंतर्राष्ट्रीय गहरे पानी के बहुउद्देशीय बंदरगाह के बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने कहा : “यहां दुनिया के बड़े मालवाहक जहाज आसानी से आ सकेंगे। अभी तक भारत का 75% ट्रांसशिपमेंट देश के बाहर के पोर्ट्स पर होता था इससे बहुत बड़ा नुकसान होता आया है। ये परिस्थिति अब बदलने जा रही है। अब देश का पैसा देश के काम आएगा। जो पैसा बाहर जाता था अब वो केरल और विझिनजम के लोगों के लिए नए अवसर लेकर आएगा।”
विझिनजम में अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी भी मौजूद रहे। उन्होंने पीएम मोदी का अभिनंदन किया। यह परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड के साथ मिलकर तैयार की जाएगी।
“मोदी ने कहा कि आज भगवान आदि शंकराचार्य की जयंती है। तीन वर्ष पूर्व सितंबर में मुझे उनके जन्मभूमि क्षेत्र में जाने का सौभाग्य मिला था। केरल से निकलकर देश के अलग-अलग कोनों में मठों की स्थापना करके आदि शंकराचार्य जी ने राष्ट्र की चेतना को जागृत किया। इस पुनीत अवसर पर मैं उन्हें नमन करता हूं।”
आज शाम को आंध्र की राजधानी अमरावती में एक जनसभा में मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के साथ दिखे। गमनीय है कि चंद्रबाबू नायडू के सांसदों के समर्थन से मोदी सरकार लोकसभा में बहुमत पाए हुए है। इन दोनों राज्यों में खरबों रुपयों की लागत से विकास योजनायें नरेंद्र मोदी ने आज से चालू कराई। पड़ोस में तमिलनाडु के द्रमुक मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और कर्नाटक में कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धारमैया क्या सोचते होंगे ?
(लेखक IFWJ के नेशनल प्रेसिडेंट व वरिष्ठ पत्रकार/ स्तंभकार हैं)