(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ भरत जी सर्राफ के यहाँ करोड़ो की डकैती कांड का वीडियो जारी कर डीजीपी ने कहा पुलिस जाति या अन्य फैक्टर नही बल्कि सबूत और साक्ष्य पर करती है काम
√ लूट में इस्तेमाल मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी जिसमें मुठभेड़ में मारा गया मंगेश यादव की थी भूमिका बताया एडीजी लाॅ एण्ड ऑर्डर अमिताभ यश नें
√ लूट का २ किलो सोना,२० किलो चांदी समेत नगदी भी बरामद कर चुकी है पुलिस
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में घने मार्केट में गत २८ अगस्त को दिन दहाड़े हेलमेट पहन हाथों में तमंचे के दम पर करोड़ो रुपये के सोने चांदी लूटने की घटना से सूबे में दहशत पैदा हो गई थी तो वहीं मुख्यमंत्री योगी के इकबाल पर विपक्ष जमकर हमलावर हो उठा।
जिसके चलते पुलिस ने इस लूट कांड में शामिल गिरोह के बदमाशों को धर दबोचने के लिए रात दिन एक कर दिया।
जिसमें जौनपुर के अगरौरा गाव निवासी मंगेश यादव को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया तो गिरोह के सरगना विपिन सिंह, दुर्गेश, अरविंद यादव, विवेक सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
जबकि अभी भी अंकित, अरबाज, फुरकान, अजय, अनुज प्रताप सिंह पुलिस के शिकन्जे में नही आ पाए हैं।
काँग्रेस, सपा और विपक्षियों के द्वारा पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाश मंगेश यादव को निर्दोष बताते हुए पुलिस द्वारा उसको घर से उठाकर ह्त्या करने के आरोप के बीच आज उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत एपीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश और एडीजी जोन नें प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डकैती कांड पर वीडियो जारी कर अपनी बात रखी।

डीजीपी द्वारा जारी वीडियो फुटेज में दिखाई दे रहा है कि भरत जी सर्राफ के ज्वेलरी शॉप में सबसे पहले लुटेरा अनुज सिंह घुसा और एनकाउंटर में मारा गया मंगेश यादव हेलमेट पहनकर तीसरे नंबर पर आया था।डीजीपी प्रशांत किशोर ने बताया कि अंकित, अरबाज, मंगेश यादव, अनुज प्रताप सिंह और फुरकान ने दुकान में घुसकर डकैती डाली थी जो कि इस वीडियो में दिखाई दे रहा है । सबसे पहले दुकान में अनुज घुसा था और तीसरे नम्बर पर हेलमेट पहन मंगेश यादव दुकान मे आया था।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले दुकान के अंदर सफेद गमछा और सफेद शर्ट में अनुज प्रताप सिंह पहुंचा था, और एनकाउंटर में मारा गया मंगेश यादव हेलमेट पहनकर तीसरे नंबर पर घुसा था उसने वह सभी को पिस्तौल तानकर धमका रहा था।इतना ही नहीं उसने दुकानन में मौजूद लोगों को हिलने-डुलने पर गोली मारने की धमकी भी दी थी।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि फुरकान नाम का आरोपी ब्लैक हेलमेट में पिस्टल लगाकर पहुंचा था और फिर अंकित यादव के साथ मिलकर डकैती का माल बैग में भर रहा था।
वहीं मंगेश यादव के एनकाउंटर में मारे जाने पर उठ रहे सवालों पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस विभाग जाति या किसी अन्य फैक्टर को देखकर काम नहीं करता है,जिन लोगों को सुल्तानपुर की वारदात में संलिप्त बताया गया है, उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। उन्होंने कहा कि मंगेश यादव भी सुल्तानपुर लूट में शामिल था पुलिस के पास उसके शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं और पुलिस की कार्रवाई निष्पक्ष और साक्ष्य आधारित है। डीजीपी ने सीसीटीवी दिखाकर दावा किया कि मंगेश खुद दुकान में घुसकर लूट कर रहा था।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में विपिन सिंह के गैंग ने करोड़ों की लूट की थी। इसके पहले गैंग द्वारा पहले लखनऊ और सूरत में भी घटना को अंजाम दिया गया है। लूट में इस्तेमाल मोटरसाइकिल जौनपुर से चोरी की गई थी जिसमें मंगेश यादव की भूमिका थी।
भागने के लिए बदमाशों द्वारा बोलेरो का इस्तेमाल किया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी से बाद लूटी गई चांदी, सोना और नगदी बरामद की गई।
पुलिस के आला अधिकारियों ने बताया कि अभी अंकित, अरबाज, फुरकान, अजय, अनुज प्रताप सिंह की गिरफ्तारी बाकी है तो वहीं विपिन सिंह से पूछताछ के बाद दुर्गेश, अरविंद यादव, विवेक सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
कुल मिलाकर मंगेश यादव को पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव, काँग्रेस समेत विपक्षियों द्वारा इसको पुलिस के द्वारा ह्त्या बताते हुए जमकर योगी सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।
उधर मंगेश यादव के घर पर अब तक जौनपुर सदर से सांसद बाबुसिंह कुशवाहा, विधान परिषद में नेता विपक्ष के सपा के प्रतिनिधि मंडल और परसों कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सदर विधानसभा के पूर्व विधायक नदीम जावेद भी परिजनों से जाकर मिल चुके हैं।