(राजेश बैरागी)
(गौतम बुद्ध नगर)
√ अलीगढ़ पुलिस ने निभाया सामाजिक कर्तव्य और किसी तरह से रूठे वर- वधू पक्ष को समझा कराया विवाह
क्या यह संभव है कि अपराध और अपराधियों से जूझने में मग्न रहने वाली पुलिस ऐन मुहुर्त पर झगड़ा होने से टूट गई शादी को बनाने में जुट जाए और बना कर ही दम ले। यह शादी अनोखी या विशेष नहीं थी परंतु पुलिस के हस्तक्षेप से न केवल दो जवां दिलों का पुनर्मिलन संभव हो पाया बल्कि पंडित जी द्वारा सुझाए गए मुहुर्त के औचित्य पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया।
शादी इसी 17 नवंबर को तय थी। अलीगढ़ की श्रीरामपुरी कॉलोनी निवासी मदनलाल के पुत्र दीपक और खैर अलीगढ़ के ही गांव ऐदलपुर निवासी कमलदास की बेटी डॉली की शादी के लिए दोनों पक्षों के तमाम मित्र रिश्तेदार एकत्रित हुए थे। शादी समारोह अलीगढ़ के थाना देहली गेट क्षेत्र में एक बैंकट हॉल में आयोजित किया गया था। रस्में चल रही थीं कि अचानक वर और वधू पक्ष के कुछ लोग आपस में लड़ बैठे।एकबारगी तो समारोह स्थल पर अफरातफरी ही मच गयी। किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। थाना पुलिस के दरोगा अमरनाथ और निरीक्षक (क्राइम) सुशील कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे।तब तक बात इतनी बिगड़ चुकी थी कि दोनों पक्ष शादी करने को तैयार नहीं थे।
यहां तक कि लड़की पक्ष अपने घर लौट गया। दोनों पुलिस अधिकारियों ने इस मौके पर प्रचलित पुलिसिया कार्रवाई करने के विपरीत दोनों पक्षों के बीच समझौता कराने का प्रयास शुरू किया।वर पक्ष को किसी भी प्रकार की अभद्रता न होने का भरोसा देकर विवाह संपन्न कराने को मनाया गया। परंतु बात इतनी बिगड़ चुकी थी कि कोई भी पक्ष शादी के लिए तैयार नहीं था। रात्रि बीतने पर अगला दिन निकल आया। लड़की पक्ष ने अपने साथ हुई घटना के लिए तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दी। परंतु दोनों पुलिस अधिकारी अभी भी कुछ लोगों की बदतमीजी से बिगड़ गई शादी को बनाने के प्रयास में जुटे थे।समाज के बड़े लोगों को बुलाया गया। खैर के पूर्व पालिकाध्यक्ष श्री कालीचरण सक्रिय हुए।
पुलिस और सामाजिक लोगों के प्रयास से 17 नवंबर को होने वाली शादी कल 22 नवंबर को तब संपन्न हुई जब दुल्हा-दुल्हन ने फेरे लेकर जीवन भर साथ निभाने का संकल्प लिया और दोनों पक्ष पिछली बातें भूलकर एक दूसरे के गले लगे। दरोगा अमरनाथ ने फोन पर बताया कि उन्होंने आगरा में नियुक्ति के दौरान पहले भी एक बार ऐसे ही माहौल में टूट गई एक और शादी दूल्हे को अपनी जीप में मंडप में पहुंचाकर बचाई थी। क्षेत्र में पुलिस के इस प्रकार के प्रयासों की प्रशंसा की जा रही है। वहीं दरोगा अमरनाथ ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौता और शादी हो जाने से वर पक्ष की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर को उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत समाप्त कर दिया जाएगा।