लेखक- सुभाषचंद्र
बीजेपी के पूर्व सांसद व दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालका जी सीट से बीजेपी प्रत्याशी रमेश विधूड़ी को कालका जी की सड़कों को काँग्रेस सांसद प्रियंका वाड्रा के गालों की तरह बनाने की बात कहने से बचना चाहिए था और जो उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी मारलेना के लिए कहा, वह भी न कहते तो अच्छा था।
लेकिन कांग्रेस को प्रियंका गाँधी पर दिए बयान पर बवाल करने से पहले, पिछला भी कुछ याद रख लेना चाहिए क्योंकि ऐसे “Sexiest Comment” कांग्रेस के साथ ही और अन्य दलों के लोग पहले भी देते रहे हैं कुछ किस्से याद दिलाना आवश्यक होगा।
बिहार के मुख्यमंत्री रहे और राजद अध्यक्ष लालू यादव ने 2010 में कहा था कि वो बिहार की सड़कें हेमा मालिनी के गालों की तरह चिकनी बना देंगे और तब वह कांग्रेस के साथ थे लेकिन कांग्रेस चुप थी।
बाद में लालू यादव ने ऐसा कहने से मना कर दिया पर सच यही है, उन्होंने मीडिया में ऑन द रिकार्ड कहा था।
बीते झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी और अब सोरेंन सरकार के कांग्रेस कोटे से मंत्री इरफ़ान अंसारी ने कहा था कि “ सरकार बनने पर कंगना रनौत के गाल की तरह चिकनी सड़कें बनाएंगे और तो और इरफ़ान अंसारी ने ही मुख्यमंत्री की भाभी सीता सोरेन के लिए “rejected maal” जैसे बेहद घटिया शब्द प्रयोग किया था।
-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उद्धव शिवसेना के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने शिंदे शिवसेना की उम्मीदवार शाइना NC के लिए “imported maal” शब्द प्रयोग किया था।
-राहुल गांधी ने लोकसभा में जब भाजपा महिलाओं की तरफ Flying Kiss उछाला तो कांग्रेस ने उसका बचाव ही नहीं किया बल्कि सुप्रिया श्रीनेत ने स्मृति ईरानी द्वारा राहुल की निंदा करने पर कहा था कि “स्मृति ईरानी औरत के नाम पर तो धब्बा है ही, मंत्री होने के नाम पर भी धब्बा है।
और आज सुप्रिया श्रीनेत रमेश विधूड़ी के बयान पर कह रही है कि भाजपा की सोच ही महिला विरोधी है।
इन्ही सुप्रिया श्रीनेत ने भाजपा द्वारा कंगना रनौत को लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश की “मंडी” सीट से प्रत्याशी बनाने पर सोशल मीडिया पर अधोवस्त्र पहने हुई रनौत की फ़ोटो डालते हुए लिख था कि “पता करो मंडी का क्या रेट है” और ऐसा ही कुछ बयान कांग्रेस के HS Ahir ने दिया था और बाद में बहाना बना दिया कि किसी और ने उनके ट्विटर अकाउंट से यह पोस्ट किया है जिसे हमने डिलीट कर दिया है।
जो दिल में था वह कह दिया और सफाई देते हुए मामला ही साफ़ कर दिया।
कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने स्मृति के लिए अपशब्द कहते हुए यह भी कहा था कि महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर भाजपा की महिलाएं क्यों नहीं बोलती, जबकि वे पूरा विरोध करती हैं लेकिन सच्चाई तो यह है कि राजस्थान गहलोत के समय में एक “रेप स्टेट” बन गया था पर कभी कोई कांग्रेस का नेता कुछ नहीं बोलता था, जबकि हाथरस जैसे मामलों में राहुल- प्रियंका वाड्रा “पर्यटन” करने जाते थे।
सुप्रिया श्रीनेत एक बार सुकन्या का भी पता करे, कौन थे उसके बलात्कारी और हत्यारे और कहा गया उसका परिवार।
बंगाल में महिलाओं पर ममता राज में घोर पाप हुए, कांग्रेस कभी कुछ नहीं बोली और संदेशखाली तक भूल गई। आज बांग्लादेश में जो हिंदू महिलाओं के साथ भयंकर अत्याचार, बलातकार,अपराध हो रहा है उस पर भी कांग्रेस और समूचा विपक्ष खामोश है क्योंकि सलाहुद्दीन शोएब चौधरी के अनुसार राहुल गांधी ने खालिदा जिया के बेटे तारिक जिया के साथ मिलकर बांग्लादेश में तख्तापलट करने का प्लान बनाया था।
आतिशी मारलेना के लिए सवाल न भी उठाया जाता तो भी ठीक था लेकिन यह सवाल उठना वैसे स्वाभाविक भी है कि उन्होंने अपना सरनेम क्यों बदला , रमेश विधूड़ी इतना ही पूछ लेते तो ठीक था।
आज कांग्रेस पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मृत्यु पर उनके कथित अपमान पर आसमां सिर पर उठाये हुए है लेकिन कांग्रेस के नेता तो जीते जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घटिया शब्दों से अपमान करते हुए 100 से ज्यादा गालियां दे चुके हैं।
देश के एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर का नाम सुनकर कांग्रेस को जैसे जलते तवे जैसा एहसास हो जाता है ,एक कॉलेज का नाम भी वीर सावरकर के नाम पर नहीं रखने देना चाहते हैं।

(लेखक उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और यह उनके निजी विचार हैं)