(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ एक दर्जन विभगाध्यक्ष आपसी समन्वय से करें कार्य कहा मुख्य विकास अधिकारी नें
जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 से 30 अप्रैल तथा दस्तक अभियान 10 से 30 अप्रैल 2025 तक संचालित किया जाएगा।
आज कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना की अध्यक्षता में इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रथम अंतर विभागीय समन्वय समिति बैठक हुई। जिसमें सीडीओ ने सभी एक दर्जन विभागाध्यक्षों से कहा कि वे आपस में समन्वय स्थापित करते हुए अभियान में सहयोग दें।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान आशा एवं आगनबाडी कार्यकत्री द्वारा जानकारी घर-घर लोगों तक पहुंचाई जायेंगी। सभी के समन्वित प्रयास से ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है। उन्होने कहा कि चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग इस अभियान का नोडल विभाग होंगा। जो जनपद, तहसील, ब्लाक एवं ग्राम स्तर पर विभागीय अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करके अभियान संचालित करेंगा। उन्होेने अभियान से संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि निर्धारित उत्तरदायित्व के अनुपालन में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेंगी। समस्त संचालित गतिविधियों को ससमय प्रतिभागिता सुनिश्चित करते हुए पूरा करें। उन्होने कहा कि नगर पालिका एंव नगर पंचायते मोहल्ला निगरानी समितियों के माध्यम से संचारी रोगों के साथ-साथ शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, खुले में शौच न करना तथा मच्छरों के रोक-थाम के लिए जागरूकता के लिए कार्य करेंगी। खुली नालियों को ढकने की व्यवस्था की जायेंगी, फॉगिंग कराया जायेंगा, झाड़ियों की सफाई करायी जायेंगी।
उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम स्तर पर साफ-सफाई, हाथ धोना, शौचालय की सफाई तथा जल निकासी की व्यवस्था, जलाशय एवं नालियों की सफाई, झाड़ियों की काट-छाट किया जायेंगा तथा मैलाथियान से फॉगिग करायी जायेंगी। गॉव में कूडेदान की व्यवस्था करायी जायेंगी।
उन्होने कहा कि पशुपालन विभाग सूकर पालको को अन्य व्यवसाय जैसे पोल्ट्री उद्योग को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। सूअरबाड़ो पर वेक्टर नियंत्रण एंव सीरो सर्विलेन्स की व्यवस्था करायेंगें। सूअरबाड़े आबादी से दूर स्थापित किए जायेंगे। सूअरबाडो की नियमित सफाई करायी जायेंगी तथा कीटनाशक का छिड़काव किया जायेंगा। सभी प्रकार के पशुबाड़ों की स्वच्छता, कचरा निस्तारण तथा मच्छररोधी जाली के प्रयोग के लिए पशुपालको को प्रेरित किया जायेंगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके वर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान बुखार, इन्फ्लुएन्जा लाइक इलनेश (आईएलआई), क्षय रोग तथा कुपोषित बच्चों के प्राप्त सूची के अनुसार रोगियों का उपचार किया जायेंगा। विभाग द्वारा अभियान की मानीटरिंग, पर्यवेक्षण, रिपोर्टिंग, अभिलेखीकरण तथा विश्लेषण निरंतर किया जायेंगा।
बैठक में जिला विकास अधिकारी गरिमा सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं पीडी एके उपाध्याय, उप निदेशक कृषि, बीएसए सुनील दत्त, जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह, नगर निगम के अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एस एमओ डब्लू एच ओ, डीएमसी यूनिसेफ सभी एमओआईसी तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।