(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा नें कहा कि प्रथम दिन से ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में विकसित राजस्थान के लिए सरकार है क्रियाशील
√ कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ नें कहा कि यहाँ व्यापारियों में किसी भी प्रकार का भय नही है उधोपतियों को सुविधाएं देने के लिए सरकार है कटिबद्ध
√ राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी नें कहा कि यहाँ के लोगों का कौशल विकास करके उधोगों में अधिकाधिक रोजगार देने की है जरूरत
√ राइजिंग राजस्थान के तहत राजसमंद इन्वेस्टर समिट में जुड़ा नया आयाम 5,538 करोड़ रुपए निवेश के लिए 106 इकाइयों ने किए एमओयू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित बनाने के अभियान को सफल बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी विकसित राजस्थान की परिकल्पना के साथ राज्य में अधिक से अधिक निवेश लाने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
उक्त विचार राजस्थान राइजिंग के तहत राजसमंद जिले के नाथद्वारा में आयोजित इंवेस्टर समिट में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा नें आगे कहा कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की सरकार ने राज्य में राइजिंग राजस्थान के तहत यह सुनिश्चित किया है कि देश-दुनिया के उद्योगों को राजस्थान में आमंत्रित कर निवेश लाकर अधिक से अधिक रोजगार सृजित किए जाएं।
उन्होंने बताया कि 106 इकाइयों के द्वारा किये गए 5538.39 करोड़ रुपये से लगने वाले उधोग धंधों से 26500 लोगो को मिलेगा रोजगार।
इसी की अगली कड़ी में जयपुर में राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर में होने जा रहा है।यह इंवेस्टर समिट सभी जिलों में आयोजित हो रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री नें बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कई देशों का दौरा कर राजस्थान में निवेश के लिए कोशिश कर रहे हैं तो मुझे भी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए जापान और दक्षिण कोरिया जाने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि जिले मे सरकार द्वारा संचालित योजनाओ में नियमानुसार उधोगों को पूर्ण पारदर्शी तरीके से सहयोग दिया जायेगा। वें सुनिश्चित करेंगे कि जिले में उधोगों को सड़क, बिजली पानी सहित किसी भी प्रकार की मूलभूत समस्या न हो।
कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ नें कहा कि राजसमंद एक शांतिपूर्ण जिला है यहाँ व्यापारियों में भय नही है, उधोगपतियों को सुविधाएं देना जरूरी है जिसके लिए सरकार कटिबद्ध है।
विधायक ने बताया कि होटल इंडस्ट्री से भी हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है, स्टोन मंडी की भी घोषणा से भी जनपद को काफी लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में DMFT की बैठक में भी नवीन सड़कों हेतु प्रस्ताव लेंगे।
राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी नें इस अवसर पर कहा कि विकसित राजस्थान के संकल्प को साकार करने के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की यह अनुकरणीय पहल है, जब निवेश आता है तब क्षेत्र से पलायन रुकता है। जिले में निवेश के माध्यम से यहाँ स्थापित होने वाले उधोगों में पचास प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को दिया जायेगा।
विधायक माहेश्वरी नें कई बार लोग कहते है कि उनके बच्चे बाहर जाकर काम कर रहे हैं ऐसे में यहाँ के लोगों का कौशल विकास कर उधोगों में अधिकाधिक रोजगार देने की जरूरत है इसके लिए राजकीय पॉलिटेक्निक कालेज में भी कोर्सेस शुरू किये जा सकते हैं।
राजसमंद ऐसा जनपद है कि जहाँ हमें धर्म,संस्कृति,पर्यटन, प्रकृति आदि का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक भानुप्रताप सिंह राणावत एवं रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि राइजिंग राजस्थान के तहत राजसमंद इन्वेस्टर समिट का आयोजन नाथद्वारा स्थित दी मारुति नंदन ग्रांड में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा के मुख्य आतिथ्य में हुआ।
कार्यक्रम में कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला प्रभारी सचिव, विकास सीताराम भाले, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा बतौर अतिथि मौजूद थे। कार्यक्रम में जहां कई उद्यमी भाग लेने पहुंचे और 5538.39 करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू 106 इकाइयों की ओर से किए गए। ये निवेश धरातल पर आने से 26 हजार 500 लोगों को रोजगार मिलने का द्वार खुलेगा। जिला प्रभारी सचिव एवं राजस्थान सिविल सेवा अपीलीय अधिकरण अध्यक्ष विकास सीताराम भाले, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने जिले में निवेश की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए सभी निवेशकों का स्वागत किया और आश्वस्त किया कि प्रशासन द्वारा एमओयू को धरातल पर उतारने हेतु प्रतिबद्धता के साथ प्रयास किया जाएगा। इस दौरान एडीएम नरेश बुनकर, डीएएफओ सुदर्शन शर्मा, डीटीओ डॉ कल्पना शर्मा, प्रादेशिक परिवहन अधिकरी नेमीचंद पारीक, एसडीएम रक्षा पारीक, जिप एसीईओ डॉ सुमन अजमेरा, मार्बल गैंगसा एसोसिएशन अध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा, ग्रेनाइट संस्थान अध्यक्ष शांतिलाल कोठारी, लघु उद्योग भारती अध्यक्ष संदीप शामसुखा, रवि शर्मा, सनसिटी ग्रुप के निदेशक रविन्द्र सनाढ्य, डॉ नितिन शर्मा, नारायणसिंह राव, शिवचरण हेड़ा, मिराज समूह के मुकेश राठी, आरडीसी जिंक हेड़ बलवंतसिंह राठौड़, होटल एसोसिएशन अध्यक्ष भरतपालसिंह शक्तावत मारूती नंदन के निदेशक मदनसिंह चौहान, संजय सामसुखा, बाबूलाल कोठारी, डॉ भूपेन्द्रसिंह श्रीमाली सहित निवेशक मौजूद थे।
राणावत एवं गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम में सबसे बड़ा एमओयू हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की ओर से राशि 3000 करोड़ रुपए का किया गया। ऐसे ही बीआई इंडिया पेंट्स ने 500 करोड़, सनसिटी लाइफ स्पेस ने 150 करोड़, अलास्का रिजॉर्ट ने 150 करोड, यूटिका नेचुरल प्राइवेट लिमिटेड ने 125 करोड़, मिराज बिजनस डवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने 125 करोड़, आनंता चेरीटेबल एजुकेशनल सोसायटी ने 125 करोड़, लक्ष्मी बायो फ्यूलस ने 100 करोड़, श्रीलोक हिल्स ने 100 करोड़ए केडिया ग्रांड होटल्स ने 80 करोड़, प्रयत्न रिजॉर्ट ने 58 करोड़, मैसर्स दिलीप कोठारी ने 55 करोड़, वेल्थ बिल्ड हॉटलस ने 50.73 करोड़, मैसर्स बंशीलाल पालीवाल ने 50 करोड़, भावना सिंह हेरिटेज रिजॉर्ट ने 50 करोड़, अर्जुन बाघ रिजॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड ने 50 करोड़, श्री हरीप्रिय इंडस्ट्री ने 50 करोड़ रुपए निवेश के एमओयू किए। ऐसे ही अन्य समस्त एमओयू मिलाकर राजसमंद इन्वेस्टर समिट में कुल 5538.39 करोड़ रुपए निवेश के एमओयू 106 इकाइयों द्वारा किए गए।