(मुकेश सेठ)
( मुंबई)
11 सीनियर अफसरों को पीछे छोड़ पुलिस मुखिया बने राजीव कृष्ण की पत्नी इनकम टैक्स कमिश्नर तो सगी सरहज पुलिस कमिश्नर,साले हैं विधायक
राजीव कृष्ण के बड़े साढू वाईपी सिंह रिटायर्ड IPS हैं तो उनकी साढूवाईन आभा सिंह पोस्टल सर्विस के बड़े पद से इस्तीफ़ा देकर नामी वकील और समाजसेवी हैं
साढू की सुपुत्री ईशा सिंह भी IPS अफसर हैं तो सुपुत्र आदित्य सिंह मुम्बई हाईकोर्ट के बड़े अधिवक्ता हैं
उत्तर प्रदेश के नवागत पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण बेहद तेज़ तर्रार अधिकारी माने जाते हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके पत्नी और सगे रिश्तेदार भी उच्च पदों पर है और सेवा भी दे चुके हैं।
ऐसे मे कहना अतिशयोक्ति नही होगा कि नए DGP के परिजन भी बेहद प्रभावशाली लोग हैं जो सत्ता के गलियारे से लेकर ब्यूरोक्रेसी सिस्टम में भी खासा दख़ल रखते हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस बल के नए मुखिया नोएडा निवासी 1991 बैच के IPS अफ़सर राजीव कृष्ण की धर्मपत्नी मीनाक्षी सिंह वरिष्ठ IRS अफ़सर हैं और वह वर्तमान में राजधानी लखनऊ में आयकर आयुक्त के पद पर कार्यस्थ हैं।1

पुलिस प्रमुख के सगे साले अर्थात मीनाक्षी सिंह के भाई राजेश्वर सिंह लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा सीट से सत्ताधारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं।
राजेश्वर सिंह भी राजनीति में आने से पहले ED के संयुक्त निदेशक थे और वह बीजेपी के एक बेहद ताकतवर नेता के कहने पर अपने पद से इस्तीफ़ा देकर वर्ष 2022 में सरोजिनी नगर विधानसभा से जीत हासिल कर माननीय बन चुके हैं।
विधायक राजेश्वर सिंह की धर्मपत्नी श्रीमती लक्ष्मी सिंह भी वरिष्ठ IPS हैं, तेज़ तर्रार अधिकारी की छवि वाली लक्ष्मी सिंह वर्तमान में नोएडा की पुलिस कमिश्नर हैं।
जबकि विधायक राजेश्वर सिंह के बड़े भाई रामेश्वर सिंह भी रिटायर्ड IPS officer हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2024 में उन्हें RERA अथॉरिटी का अपीलीय सदस्य प्रशासन के पद पर नियुक्त किया है।
राजीव कृष्ण की IRS पत्नी मीनाक्षी सिंह की बड़ी बहन आभा सिंह पोस्टल सर्विस की सीनियर अधिकारी रही और वकालत और समाजसेवा के लिए अपने पद से इस्तीफ़ा देकर मुम्बई हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट कि प्रख्यात अधिवक्ता हैं।

अधिवक्ता आभा सिंह ने यू तो बहुत केस लड़कर पीड़ितों को न्याय दिलाया है किन्तु उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार सलमान खान को रोड पर सोए कई लोगों के ऊपर गाड़ी चढ़ाने से हुई मौत के मामले में सजा दिलाने का चर्चित केस जीता था।

राजीव कृष्ण के बड़े साँधू आभा सिंह के पति वाईपी सिंह भी पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं तो उनकी सुपुत्री ईशा सिंह भी IPS अफ़सर हैं।

विदित हो कि राजीव कृष्ण 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनका जन्म नोएडा में 26 जून, 1969 को हुआ था। अपने सेवाकाल के प्रारंभ में राजीव कृष्ण ने बरेली, कानपुर और अलीगढ़ में अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने फिरोजाबाद, इटावा, मथुरा, फतेहगढ़, बुलंदशहर, नोएडा, आगरा, लखनऊ और बरेली जैसे कई जिलों में पुलिस अधीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया।
उत्तर प्रदेश में जब एटीएस का गठन हुआ, तो राजीव कृष्ण इसके पहले डीआईजी बने थे। उन्होंने मेरठ रेंज के आईजी और बाद में लखनऊ व आगरा जोन के एडीजी के रूप में भी काम किया है। अगस्त 2023 में उन्हें विजिलेंस विभाग का एडीजी बनाया गया। फिर जनवरी 2024 में डीजी पद पर प्रमोशन के बाद वे डीजी विजिलेंस बने।
ज्ञातव्य हो कि राजीव कृष्ण ने प्रदेश के 11 वरिष्ठ IPS अफसरों को पीछे छोड़ते हुए पुलिस महानिदेशक के पद पर पहुंचे हैं।
पहली तो यही चर्चा सरगर्म रही कि मुख्यमंत्री के खास अधिकारी माने जाने वाले पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार को सेवा विस्तार मिल सकता है किन्तु यह सच नही हो पाया।
अन्य दावेदारों में 1989 बैच के आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्र और शफी एहसान कुरैशी,1990 बैच के दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, संदीप सालुंके, बीके मौर्या, तिलोत्तमा वर्मा, एमके बशाल तो 1991 बैच के आलोक शर्मा व पियूष आनंद रहे थे।
यह सभी आला अफ़सरान राजीव कृष्ण से सीनियर अफ़सर हैं।
कुल मिलाकर नए पुलिस प्रमुख एक प्रभावशाली परिवार से आते हैं जिन्होंने अपनी योग्यता, कार्यकुशलता के बूते प्रदेश के सबसे बड़े पदों में से अत्यंत महत्वपूर्ण पद माने जाने वाले पुलिस बल के मुखिया की जिम्मेदारी हासिल कि है।