मुकेश सेठ
मुंबई
√ १० ℅ किसानों को प्लाट देने के मुद्दे पर शासन को भेजी गई रिपोर्ट उजागर होने तक कायम रहेगा मोर्चा- डॉ रूपेश वर्मा
√ 14 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट पर किसान महापड़ाव की तैयारी के लिए घोड़ी गांव में किसान सभा की हुई पंचायत में किसान नेताओं ने लिए कई निर्णय
गौतमबुद्ध नगर जिले के किसान नेताओं ने अपनी कई मांगो को लेकर एक बार फिर से जिला प्रशासन के साथ ही शासन से दो दो हाथ करने के लिए सड़क पर उतरने की तैयारी कर रहा है।
जिसके परिप्रेक्ष्य में आज घोड़ी गांव के ओम बारात घर में सैकड़ो महिला पुरुषों ने पंचायत में हिस्सा लिये। पंचायत की अध्यक्षता बाबा भवर सिंह ने व संचालन निशांत रावल ने किया।
पंचायत को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला संयोजक वीर सिंह नागर ने कहा कि किसान सभा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन में जुटी हुई है,किसान सभा के 21 फरवरी के दिल्ली चलो आंदोलन के कारण उत्तर प्रदेश सरकार 10 परसेंट प्लाट के मुद्दे सहित अन्य मुद्दों पर हाई पावर कमेटी का गठन करने के लिए मजबूर हुई थी। कमेटी ने अपने रिपोर्ट गत ३१ अगस्त को मुख्यमंत्री के यहाँ दाखिल कर दी है।
किसान नेता ने आगे कहा कि जिलाधिकारी ,जो कमेटी के सदस्य भी रहे हैं उनसे किसान सभा ने रिपोर्ट की कॉपी मांगी तो उन्होंने देने से यह कहकर असमर्थता जाहिर कर दी कि ऊपर के अधिकारियों ने रिपोर्ट देने से मना किया है। रिपोर्ट शासन स्तर पर जमा होने के बाद पब्लिक डॉक्यूमेंट बन गई है इसे छुपाए रखना सरासर नाइंसाफी है और किसानों को अंधेरे में रखने के बराबर है।
इसलिए किसान सभा ने आगामी १४ अक्टूबर को भारतीय किसान परिषद, जय जवान जय किसान संगठन के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव डालने की घोषणा की है , यह महापड़ाव रिपोर्ट को सार्वजनिक करने तक जारी रहेगा।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने कहा कि ढाई लाख से अधिक किसान सीधे-सीधे 10% प्लाट के मुद्दे से प्रभावित है, कमेटी को मुख्य रूप से 10% प्लाट के मुद्दे, अधिग्रहण कानून के मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट देनी थी और हाई पावर कमेटी अपनी रिपोर्ट दे चुकी है।
किसान सभा का संकल्प है कि 10 परसेंट प्लाट का मुद्दा हल करा कर ही रहेंगे।
किसान सभा के जिला महासचिव जगबीर नंबरदार ने संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, किसानों के इस मुद्दे पर जरा भी गंभीर नहीं है उन्होंने एक बार भी रिपोर्ट प्राप्त करने का प्रयास नहीं किया है न हीं उन्होंने किसानों के 10% प्लाट के मुद्दे को हल करने के लिए कोई गंभीरता दिखाई है।
किसानों के इस मुद्दे पर जनप्रतिनिधि कमजोर और बेदम दिखाई देते हैं। किसानों ने लड़कर कमेटी बनवा ली लेकिन जनप्रतिनिधियों में इतनी भी क्षमता नहीं है कि वह कमेटी की रिपोर्ट लेकर कमेटी की सिफारिश को लागू करवा सकें।
उन्होंने कहा कि सिर्फ किसान सभा, जय जवान जय किसान संगठन और किसान परिषद एवं अन्य किसान संगठन किसानों के दर्द को महसूस करते हुए पूरी शिद्दत, ताकत एवं निडरता के साथ इस मुद्दे को हल करने के लिए संकल्पबद्ध है।
आज की पंचायत को भोजराज रावल, सतवीर रावल, गजेंद्र रावल, विनोद रावल, सुधीर रावल, केशव रावल ,अनिल रावल ,संत रावल, मोहन रावल, श्यामवीर रावल, संदीप रावल,राजकुमार शर्मा, अजय शर्मा, सोनू रावल,मोनू रावल, हृदेश शर्मा, दलपत रावल ,शांति देवी, ओमवती, यशोदा ,गुड्डी, कमला, राजकुमारी, अजयपाल भाटी, वीर सिंह नेताजी, डॉक्टर रुपेश वर्मा, जगबीर नंबरदार, अनिल एवं विशाल ने संबोधित किया एवं सैकड़ो की संख्या में Drunk उपस्थित रहे।