(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ बरसाना और रावल में हुए मुख्य कार्यक्रम,बरसाना में उमड़ी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़
यमुना किनारे स्थित राधारानी की जन्मस्थली रावल गांव ओर बरसाना में बुधवार को सकारे चार बजे लाडली जी के प्राकट्योत्सव पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंगलवार की शाम से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था, बुधवार सुबह साढ़े चार बजे मंगला आरती पर मंदिर परिसर में राधे राधे के जयघोष गूंजने लगे। रावल में पुजारी राहुल कल्ला एवं अन्य पुजारियों ने सुबह साढ़े पांच से साढ़े छह बजे तक विग्रह का महाभिषेक किया। पूरा मंदिर परिसर राधारानी के जयकारों से गुंजायमान हो गया।
ब्रज में घर घर में पकवान बनाए गए। पूरे गांव में राधारानी के जन्मोत्सव का उल्लास छाया रहा। हर कोई अपनी इष्टदेव राधारानी की एक झलक पाने को आतुर था। जैसे ही महाभिषेक के बाद ठकुरानी के दर्शन हुए, मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो उठा। मूल नक्षत्र में जन्मी राधा रानी के मूल शांति के लिए गर्भगृह में सेवायतों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया जाएगा। 27 कुओं का जल, 27 वृक्ष की पत्तियां, 27 पवित्र स्थानों की मिट्टी, 27 औषधि, 27 फल, तांबे के बर्तन में तेल आदि से उनका मूल शांति कि गई। राधा रानी के विग्रह का घी, दूध, दही, शहद, बूरा, केसर, जटामसी, चंदन चूरा, पंच मेवा, गुलाब जल, इत्र आदि का पंचामृत बनाकर अभिषेक कराया। मंदिर में घंटे घड़ियाल बज उठे राधारानी के जयकारे गूंज उठे।
राधा रानी की जन्म उत्सव पर रावल गांव में मेले का आयोजन भी किया जाता है, देश विदेश सहित बड़ी तादात में लोग अपनी आराध्या राधा रानी के दर्शन करने के लिए रावल गांव ओर बरसाना पहुंचते हैं, पुलिस प्रशासन द्वारा भी सुरक्षा व्यवस्था के उत्तर इंतजाम किए गए हैं, श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो उसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं, मंदिर के मेन गेट से श्रद्धालुओं को एंट्री दी गई है,वहीं मंदिर की दूसरी साइड से श्रद्धालुओं के निकलने की व्यवस्था की गई है, मंदिर की तरफ आने वाले बड़े वाहनों को को करीब दो किलो मीटर पहले ही रोख दिया गया है, जिसके की व्यवस्था बनी रहे।
बरसाने में रहा भीड का भारी दबाव
राधाष्टमी पर बरसाना में श्रद्धालुओं की भीड का भारी दबाव रहा। प्रशासन ने भीड नियंत्रण को लेकर व्यापक व्यवस्था की थी। बरसाना में जोन और सेक्टर स्कीम लागू की गई थी। लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंगलवार की शाम से ही बरसाना में पहुंचने लगे थे। बुधवार सुबह तक भीड़ का भारी दबाव बन गया। एक महिला श्रद्धालु की भीड़ में तबीयत बिगड गई। महिला श्रद्धालु को भीड से बाहर निकालने के लिए पुलिस को कडी मशक्कत करनी पडी।