लेखक~सुभाषचंद्र
कांग्रेस का चहेता था माफ़िया मुख़्तार अन्सारी,कांग्रेसी अजय राय को क्या था ख़तरा!
♂÷एक मिथक चलता है कि बड़े लोगों का कुछ नहीं बिगड़ता, उनका कानून भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता, पैसे के दम पर सब खरीदा जा सकता है।
परंतु कुख्यात माफ़िया मुख़्तार अंसारी को हुई आजीवन कारावास (मृत्यु तक) की सजा ने यह मिथक एक बार फिर तोड़ दिया है। यह सजा
मुख़्तार अंसारी की छठी सजा है,
कृष्णानंद राय जो कि मोहम्दाबाद सीट से बीजेपी विधायक थे की हत्या में मुख़्तार अंसारी को बीते 29 अप्रैल को न्यायालय ने 10 साल की और उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा हुई थी,मजे की बात है कि अफजाल गाज़ीपुर से बसपा का सांसद था और सांसदी चली गई।
इसके पहले अतीक अहमद भी लंबे समय तक जेल में था और शाहबुद्दीन में उम्र कैद भुगत रहा था, आज़म खान भी लपेटे गए थे और बेशक जमानत पर बाहर है लेकिन लालू यादव को भी 32 साल की सजा हुई थी।
अभी दूर क्यों जाना, सत्येंद्र जैन, सिसोदिया और उसके पहले नवाब मलिक, संजय राउत और अनिल देशमुख सब बड़े बड़े लोग जेल यात्रा पर रहे हैं या अभी भी हैं।
मुख़्तार अंसारी कोई छोटी मोटी हस्ती नहीं है 1996, 2002, 2007, 2012 और 2017 विधान सभा चुनाव जीत कर विधायक रहा था। आखिर के 3 चुनाव तो मियां जी ने जेल में रह कर जीते थे और अब 2022 में उसका बेटा अब्बास अंसारी मऊ से अखिलेश यादव की मदद से सुभासपा से चुनाव जीता था।
मुख़्तार अंसारी को अवधेश राय की वाराणसी में वर्ष 1991 में की गई हत्या के आरोप सिद्ध होने के बाद आजीवन कारावास की सजा हुई है।उस समय कोई सोच भी नहीं सकता होगा कि 32 साल बाद समय पलटेगा और मुख़्तार को मृत्यु तक जेल में रहने की सजा मिलेगी।
स्व.अवधेश राय वर्तमान में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रान्तीय अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई थे, ये अजय राय आज कह रहे हैं कि सरकारें आती रही और जाती रही लेकिन हमने हार नहीं मानी और आज कोर्ट ने मुख़्तार को सजा दे दी।
अजय राय ने आज की योगी सरकार को इस केस को मुकाम तक पहुंचाने के लिए कोई श्रेय नहीं दिया बल्कि योगी सरकार पर और तोहमत लगा दी।
अजय राय ने अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते हुए कहा कि जो Gangsters के खिलाफ खड़े होते हैं और लड़ते हैं, उन्हें न्याय मिलता है, हमें धमकी मिली, और मैंने सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की, मुझे यदि कुछ होता है तो भाजपा सरकार उसके लिए जिम्मेदार होगी।
अजय राय आपको मुख़्तार अंसारी से क्या धमकी मिल सकती हैं जबकि कांग्रेस के लिए तो वह एक Blue Eyed Boy था, जिसे जनवरी, 2019 में योगी सरकार से बचाने के लिए, एक फर्जी जबरन वसूली केस में पंजाब की काँग्रेस की सरकार ने रूपनगर जेल में ऐशो आराम से रखा गया था।
चर्चा हुई कि लगभग डेढ़ वर्ष तक पँजाब सरकार काँग्रेस हाईकमान की इच्छा पर यूपी की योगी सरकारी को माफ़िया मुख्तार अन्सारी को सौंपने में तमाम अड़ंगे लगाती रही तब एक बार भी अवधेश राय के भाई व कांग्रेसी नेता अजय राय ने कुछ भी पँजाब सरकार को नही कहा। सुप्रीम कोर्ट में योगी सरकार की तगड़ी पैरवी के चलते सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही पंजाब सरकार को अंसारी को अप्रैल, 2021 में उत्तर प्रदेश की बांदा जेल भेजना पड़ा था।
आप लोग फिर क्या लड़ते रहे होंगे मुख्तार के खिलाफ जब आपकी पार्टी तो अतीक अहमद और अशरफ के लिए आंसू बहाती रही है।
मुख़्तार को 6 सजा हुई हैं तो वे योगी प्रशासन के चुस्त दुरुस्त होने की वजह से वरना आप अपनी मृत्यु तक सजा की प्रतीक्षा करते रहते महोदय अजय जी।
इन अपराधियों को जेलों में रखना भी खतरे से खाली नहीं है जो 8 मई, के किसी The Sajjad Mughal के ट्विटर अकाउंट से किए गए धमकी भरे ट्वीट से पता चलता है जिसमें लिखा था “अभी नस्ल खत्म नहीं हुई है. अतीक का यह बेटा अली अभी जिंदा है. इंशाल्लाह हालत, वक्त- सत्ता बदलेगी. फिर इलाहाबाद भी बोला जाएगा. हिसाब भी पूरा लिए जाएगा”।
कांग्रेस समेत सभी सेकुलर पार्टियां ऐसी सजा होने पर यकीनन खुश तो नहीं होंगी। उनका लक्ष्य है मोदी- योगी को हटाओ और फिर खुल्ला खेल करेंगे और अजय राय भी उसमें एक खिलाड़ी होंगे।

÷लेखक विधि मामलों के ज्ञाता हैं व ये उनके निजी विचार हैं÷