★हसीब सिद्दीकी★
★लखनऊ★
यूपी प्रेस क्लब में पत्रकार स्व.राजबहादुर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने उमड़ा पत्रकारों का जमावड़ा
♂÷ वरिष्ठ पत्रकार एवं हिंदी दैनिक पॉयनियर के ब्यूरो इन चीफ रहे स्व राज बहादुर सिंह (55 वर्ष) का एसजीपीजीआई में गुरुवार को मल्टी ऑर्गन फेल्योर से निधन हो गया था।
वरिष्ठ पत्रकार स्व राज बहादुर के निधन पर सोमवार को यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के तत्वाधान में यूपी प्रेस क्लब में शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा का मंच संचालन यूनियन के महामंत्री पीके तिवारी ने किया, इस मौके उपस्थित पत्रकारों ने उनके कार्यों का स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रवींद्र सिंह अध्यक्ष यूपी प्रेस क्लब,लखनऊ, हसीब सिद्दीकी अध्यक्ष यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन, प्रेम कांत तिवारी महामंत्री, शिव शरण सिंह अध्यक्ष लखनऊ मंडल यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन, सुरेश बहादुर सिंह, देवराज सिंह, स्व. राज बहादुर सिंह के पुत्र अविरल राज सिंह और अविजीत राज सिंह मौजूद थे।
इस अवसर पर पूर्व मन्त्री ओपी सिंह ने कहा कि राजबहादुर जी के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे वह पत्रकार के साथ ही एक अच्छे विचारक भी थे। वरिष्ठ पत्रकार मुदित माथुर ने कहा कि राजबहादुर जी बात के धनी थे, मैं व्यक्तिगत रूप से दुखी हूं। देवराज सिंह ने कहा राजबहादुर जी सघर्ष शील व्यक्ति थे संघर्षशीलता उनके अंदर छात्र जीवन से ही थी। मेरी उनके प्रति संवेदनाए है।वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शर्मा ने कहा कि राजबहादुर जी ने साथ काम किया,वे अपने काम के प्रति काफी जिम्मेदार रहा करते थे। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार शिव शरण सिंह ने कहा कि आज के युवा को स्व राजबहादुर जी की पत्रकारिता से बहुत कुछ सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीजीआई में पत्रकारों के स्वास्थ सुविधा के लिए सशक्त व्यवस्था करने का प्रयास किया रहा है। वरिष्ठ पत्रकार शरद प्रधान ने कहा कि राजबहादुर जी जुझारू पत्रकार थे। उनकी राजनीतिक समझ जबरदस्त थी। वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि ये विधि का विधान है और हम सब इस विधान के आगे विवश हैं।राजबहादुर जी अपने विचारों के प्रति अडिग थे और वह किसी के गुनहगार नही थे।वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने कहा कि राजबहादुर जी के अंदर राज की बाते बहुत थीं। वरिष्ठ पत्रकार मुकुल मिश्र ने कहा कि राजबहादुर जी एक अच्छे पत्रकार के साथ ही अच्छे इंसान भी थे। राजीव वाजपेई ने कहा कि वह अपने कृत्यों से अमर हैं, ईश्वर उनके परिवार को आत्मबल दे। भारत सिंह ने राजबहादुर की खबरों को लेकर उनकी पारखी नजर पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पत्रकार राकेश पांडेय ने कहा कि राजबहादुर जी वास्तव में बहादुर थे जीवन में भी और पत्रकारिता में भी। मनोज मिश्र ने कहा कि राजबहादुर जी कुछ भी मन में नहीं रखते थे जो भी होता था खुल कर बोलते थे, चाहे कुछ भी हो जाए। पत्रकार अमरेंद्र सिंह ने कहा कि राजबहादुर जी एक शानदार व्यक्ति थे। वरिष्ठ पत्रकार सुरेश यादव ने कहा कि राजबहादुर जी जिंदा दिल व्यक्ति के साथ ही जिंदा दिल पत्रकार भी थे।वरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह ने कहा कि राजबहादुर जी की बुद्धिमत्ता पर कुछ कह पाना काफी कठिन है,वह खुद्दार व्यक्ति थे और राजबहादुर बनना आसान नही है, इसलिए उनसे अपनी तुलना करना उचित नही होगा। यूपी प्रेस क्लब अध्यक्ष रवींद्र सिंह ने कहा कि राजबहादुर जी प्रत्येक मुद्दे पर काम करने वाले प्रखर व जुझारू पत्रकार थे।यूपी फेडरेशन ऑफ़ जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष हसीब सिद्दकी ने कहा कि राजबहादुर जी और यूपी प्रेस क्लब एक दूसरे के पर्याय थे। शोक सभा के उपरांत सभी पत्रकारों ने दो मिनट का मौन रखकर स्व राज बहादुर सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में पत्रकार राजीव बाजपेई, प्रदुम तिवारी,देवकी नन्दन मिश्रा, के बक्स सिंह , मनोज सामना, अमिताभ नीलम ,शैलेंद्र सिंह, श्याम कुमार, शिव विजय सिंह, अशोक नवरत्न, मौहम्मद जुबैर , शहरयार खान, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, तमन्ना फरीदी, रितेश सिंह, रेनू निगम, महिमा तिवारी, अमरेन्द्र सिंह,सुनील वर्मा, इंद्रेश रस्तोगी, अर्चना गुप्ता, एस पी सिंह , अनिल कुमार सिंह प्रमुख रूप से शामिल रहे।