♂÷सिलिकॉन वैली बैंक डूब गया… अमेरिका की मीडिया में कोई हलचल नहीं… कोई बकलोली नहीं… हर कोई “कूल”… बड़ी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में ऐसे छोटे मोटे काण्ड होते ही रहते हैँ..SVB का मतलब अमेरिका थोड़े ना है… केवल एक बैंक है वो…

यहाँ भारत में अडानी का शेयर गिरा तो सबने कपडे फाड़ने शुरू कर दिए…. मानो अडानी नहीं “INDIA” का शेयर गिरा हो.. हाँ ये सत्य है कि लोगों का पैसा डूबा, जो कि दुखद है, पर दूसरा सत्य ये भी है कि बाजार में खेलना है तो ऐसे ज़ोखिमों के लिए भी तैयार रहना चाहिए… मानसिक रूप से जो इंसान इस बात के लिए तैयार हो कि “मेरा पैसा डूब भी सकता है”… कायदे से उसी को शेयर मार्किट का रुख करना चाहिए…
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मार्क ज़करबर्ग 5वें से 17वें स्थान पर चला गया.. कोई हो हल्ला सुना?? क्या उसके शेयर धारकों का पैसा नहीं डूबा होगा??
Hidenberg के नाम के आगे रिसर्च लिखा है लेकिन वो कोई रिसर्च इंस्टिट्यूट नहीं है… बस नाम के आगे रिसर्च जोड़ा गया है… वो केवल एक शौर्ट सेलर कम्पनी है जो दुनिया की बड़ी बड़ी कंपनियों के शेयर्स के साथ खेलती है…. शॉर्ट सेलिंग करके… कई कम्पनियां बर्बाद हो जाती हैँ…. बड़ी कम्पनियां बंद तो नहीं होती पर नुक्सान जरूर कर देते हैँ ये…
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मुद्दा ये सब नहीं है… मुद्दा ये है कि कहीं न कहीं पश्चिम नहीं चाहता कि कोई विकासशील देश उनकी बराबरी पर आकर खड़ा हो… अपने आप में एक “एलीट क्लास” वाली फीलिंग के साथ जीते हैँ वो… भारत आज विश्व पटल पर उनकी दादागिरी पर आँखें तरेरता है, जो कि उन्हें हजम नहीं होता…. एलीट फीलिंग वही वाली जो कि कौॉंग्रेसियों के अंदर भी है… आज हर तरह से फटेहाल हैँ लेकिन अंदर की एलीटनेस है कि जाने का नाम नहीं लेती…
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राहुल गांधी का कैम्ब्रीज में भाषण दुर्भावना और बेवकूफीयत की पराकाष्ठा है,मतलब इंसान को ये भी नहीं पता कि कौन सी बात वो कहाँ बोल रहा है।अपने देश में आप लाख मोदी पर हमलावर रहो, आरोपों की बौछार से चैन से न बैठने दो, विपक्ष होने के नाते ये आपका हक़ है और जिम्मेदारी भी,मुद्दों पर और सही मुद्दों पर सरकार को घेरो,हर इंसान आपका साथ देगा लेकिन देश में रहते हुए भी आप असली मुद्दों की बजाय गौण विषयों पर छाती पीटते रहोगे तो घंटा कोई आपको सीरियसली लेगा।
मुझे तो ये भी शक है कि काँग्रेस नेता राहुल गाँधी ने वहाँ जो भी कहा वो सब स्क्रिप्टड था, उनके पश्चिमी आकाओं के निर्देशानुसार।
(लेखक स्वतन्त्र स्तम्भकार हैं और यह लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं)