(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
प्रकाशित खबरों में सच उजागर होने से तिलमिलाए तथाकथित धर्मात्मा लेखनी पर अंकुश लगाने के लिए ओछीं हरकतों पर उतर आए हैं। मंदिर की अव्यवस्थाओं और मनमानी के संदर्भ हो रही खबरों के प्रकाशन को लेकर थाना बरसाना को यह कहते हुए प्रार्थना पत्र दिया गया है कि किसी निजी उद्देश्य की पूर्ति के लिए खबरों को लिखा जा रहा है इसको रोका जाना चाहिए और खबरें लिखने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए। इस बाबत थाना बरसाना के एसआई अवधेश पुरोहित ने बताया कि खबरों के प्रकाशन किए जाने पर समाचार पत्र के ब्यूरो के खिलाफ अनावश्यक दबाव बनाने को लेकर प्रार्थना पत्र दिया गया है जिसमें पूछताछ के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा कोई भी साक्ष्य पेश नहीं किया गया है। प्रकाशित खबरों के खिलाफ दिया गया प्रार्थना पत्र निराधार है।
अब ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर कौन पत्रकारों के खिलाफ प्रार्थना देकर निम्न हरकत करने जैसा काम कर सकता है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के प्रति नकारात्मक सोच रखते हुए लेखनी पर अंकुश लगाने को की गई ऐसी हरकत अशोभनीय हैं।