(मुकेश सेठ)
(मुंबई)
√ श्रम मंत्री नें उत्तर भारतीय मोर्चा अध्यक्ष डॉ.संजय पांडे के नेतृत्व में मिलने आये सिने एवं टीवी कलाकार संघ (सिंटा) के प्रतिनिधिमंडल को दिलाया भरोसा
= फिल्म उद्योग और टेलीविजन (टी.वी.) के छोटे कलाकारों की विभिन्न मांगों को लेकर आज मंगलवार को राज्य के श्रम मंत्री आकाश फुंडकर से उत्तर भारतीय मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय पांडेय के नेतृत्व में CINTTA का प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की।
मनोज जोशी व अन्य कलाकारों नें श्रम मंत्री को बताया कि फिल्म एवम टीवी जगत के कलाकारों को वक्त पर वेतन का भुगतान नही मिल रहा है, जिसके चलते उन्हे बेहद दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा छोटे कलाकारों को 12 से लेकर 14 घंटे से अधिक काम करना पड़ रहा है।
कलाकारों नें मंत्री को अवगत कराया कि कई स्टूडियो कलाकारों के घर से काफी दूर होते है किंतु उनको इनके बदले कोई भत्ता या परिहवन का किराया भी नही दिया जाता है।
इसके अलावा छोटे कलाकारों के छोटे वेतन में से भी विभिन्न नामों से कमीशन और अन्य शुल्क वसूले जाते है। जिसके चलते छोटे कलाकारों को बेहद आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
प्रतिनिधि मंडल में शामिल CINTTA के पदाधिकारी व सुप्रसिद्ध कलाकार जॉनी लीवर,मनोज जोशी, उपासना सिंह, विन्दू दारा व प्रीति सप्रू मौजूद रहे।
सिंहआश्वासन दिया कि जल्द ही समाधान निकाला जाएगा। भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. संजय पांडे के नेतृत्व में फिल्म उद्योग और टेलीविजन क्षेत्र में छोटे कलाकारों की विभिन्न समस्याओं के संबंध में श्री फुंडकर को एक ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर श्री फुंडकर ने यह आश्वासन दिया।
डॉ.संजय पांडे के साथ फिल्म उद्योग के जाने-माने कलाकार और सिंटा (CINTTA)
के पदाधिकारी मनोज जोशी, जॉनी लीवर, उपासना सिंह, विंदू दारा सिंह और प्रीति सप्रू भी उपस्थित थे।
इस समय मनोज जोशी ने श्रम मंत्री फुंडकर के ध्यान में लाया कि छोटे कलाकारों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। कलाकारों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है। इसके अलावा, छोटे कलाकारों को 12 से 14 घंटे से अधिक काम करना पड़ता है और कई लोग इस काम का तनाव नहीं झेल पाते। इसके अलावा, चूंकि कई स्टूडियो कलाकारों के आवासों से दूर स्थित हैं, इसलिए उन्हें परिवहन समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके लिए उन्हें कोई भत्ता या यात्रा किराया नहीं मिलता। छोटे कलाकारों के छोटे वेतन से विभिन्न नामों से कमीशन और अन्य शुल्क वसूले जाते है जिससे कलाकारों को आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
श्रम मंत्री फुंडकर ने आश्वासन दिया कि सरकार (सिंटा) CINTTA प्रतिनिधिमंडल द्वारा की गई सभी मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार करेगी तथा हो रही समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान करेगी।