लेखक- सुभाष चन्द्र
आजकल कांग्रेस में यही हो रहा है, जो मर्जी नेता बयान दे देता है और फिर कांग्रेस उनके बयान से यह कह कर किनारा कर लेती है कि उस बयान से पार्टी का कोई मतलब नहीं है, वह उसका अपना मत है।
अब कुछ मामले देखते हैं जिनमें यह देखने को मिला है।
हाल ही में बड़बोले सैम पित्रोडा ने कहा था कि चीन भारत का मित्र देश है, उसे दुश्मन समझना ठीक नहीं, ये तो कांग्रेस की विचारधारा के अनुरूप बयान था क्योंकि राहुल गांधी तो कांग्रेस अध्यक्ष रहते चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से MOU किये थे।
लेकिन पित्रोडा के बयान को उनका निजी बयान बता कर कांग्रेस ने कह दिया कि पार्टी का उस बयान से कोई लेना देना नहीं है यानी उगला सैम पित्रोडा ने और निगला कांग्रेस ने।
इसके पहले लोकसभा चुनाव के दौरान भी इंडियन ओवरसीज काँग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स लगाने की वकालत की थी और जब बुरी तरह कांग्रेस की फजीहत हुई तो कांग्रेस ने उनके बयान से किनारा कर लिया ,यानी उगला पित्रोदा ने और निगला कांग्रेस ने।
पित्रोदा ने पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को कहा कि वे चीनी जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर भारत के लोग गोरों और दक्षिण के लोग अफ़्रीकी जैसे लगते हैं।
राहुल गाँधी के मेंटर माने जाने वाले पित्रोदा के बयान पर बवाल तो मचना था और कांग्रेस ने उनके इस बयान से भी किनारा कर लिया, यानी उगला पित्रोदा ने और निगला कांग्रेस ने।
सैम पित्रोदा ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कभी कहा था कि “हुआ तो हुआ” और वह 2019 में चुनाव का मुद्दा बन गया था। 2019 में ही पित्रोदा ने कांग्रेस की कथित न्याय योजना पर कहा था कि अगर देश में न्यूनतम आय योजना लागू हो जाए, तो थोड़ा टैक्स बढ़ सकता है और इसके लिए मिडिल क्लास को स्वार्थी नहीं होना चाहिए, उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
2019 में ही पित्रोदा ने कहा था कि पुलवामा जैसे हमले होते रहते हैं, मतलब पुलवामा हमला उनके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी।
राम मंदिर के लिए भी पित्रोदा ने कहा था मंदिर से भारत के बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान नहीं होगा। कांग्रेस ने इस बयान का विरोध नहीं किया क्योंकि यह तो कांग्रेस का ही मत था और महाकुंभ के लिए काँग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे नें भी वही सब कहा।
खड़गे के बयान को कांग्रेस के कई मुख्यमंत्री, मंत्री, वरिष्ठ नेताओं ने कुंभ स्नान करके निगल लिया।
कांग्रेस नेता उदित राज ने हाल ही में कहा कि मायावती का गला घोटने का समय आ गया और उनके इस बयान से भी कांग्रेस ने किनारा कर लिया। यानी उगला उदित राज ने और निगला कांग्रेस ने और राहुल गांधी ने भी। उदित राज का उगला हुआ निगला यह कह कर कि अगर बसपा सुप्रिमों मायावती चुनाव में कांग्रेस के साथ होती तो भाजपा को हराया जा सकता था।
अब दो दिन पहले कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को आज तक का सबसे ज्यादा “unimpressive” कप्तान कहा और जरूरत से ज्यादा मोटा कहा।
इस बयान से भी कांग्रेस ने किनारा कर लिया और हर जगह विरोध के बाद शमा ने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी, यहां भी उगला शमा ने और निगला कांग्रेस ने।
राहुल गांधी ने कहा कि केरल में कांग्रेस एकजुट है लेकिन शशि थरूर अपनी बगावत दिखा रहे हैं और उन्होंने केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह के साथ अपनी फोटो X पर पोस्ट कर दी यानी हो गया काम, जय श्री राम।
(लेखक उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और यह उनके निजी विचार हँ)