√ अगर सबकुछ मानक के अनुकुल पाया गया तो तरवाँ की इस हाकी एकेडमी की बहुप्रतिक्षीत माँग पर किया जायेगा गंभीरता पूर्वक विचार- सुहास एल वाई
बाबू चंद्रदीप सिंह की जलाई लौ मशाल बनकर धधक रही है।

इसे हवा दे रहे हैंं मौजूदा प्रबंधक बाबू प्रभाकर सिंह और उनकी टीम के कर्मठ सदस्य। समूचा चौरी बेलहा हॉकी प्रतियोगिता के हवनकुंड में आहुति दे रहा है। घर-घर से आहुति के रूप में मदद आ रही है। लोग एक दूसरे से बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। तभी तो देशभर से आने वाली मशहूर हॉकी टीमों की आवभगत हाथोहाथ हो पा रही है। मैच के दौरान बाहरी टीमों की हौसलाअफ़जाई करने वाले दर्शक भी कमाल के हैं। भारी भीड़ के बावजूद मैच में कोई ख़लल पैदा नहीं होने पाती। सब इसे अपना आयोजन समझते हैं। मैदान के दोनों छोरों पर आमने सामने मंच बना है, जहॉ एक ओर प्रबंधन टीम के गेस्ट पधार रहे हैं तो दूसरी ओर खेल संचालन से जुड़े विशेषज्ञ हैं। हरी घास का इतना सुंदर मैदान, जो देखने और बखान करने लायक है। अगर किस चीज़ की कमी खल रही है तो वह एस्ट्रोटर्फ की। एस्ट्रो टर्फ़ पर अभ्यास करने वाली टीमें यहॉ भारी पड़ रही हैं। इसके बावजूद इसी मैदान के डेढ़ दर्जन युवा होनहार खिलाड़ियों को कई पीएसयू और हॉकी एकेडमी ने अपना लिया है। जिससे इनके भविष्य की एक तरह से गारंटी मिल गई।
हर कुछ से भरे पूरे प्रबंधन को शासन से न मिल पा रहा सहयोग साल रहा है। वैसे तो उद्धघाटन समारोह के दौरान टेलीफ़ोन पर हुई वार्ता में यूपी के युवा व खेल विभाग के सचिव और आज़मगढ़ के पूर्व डीएम सुहास एलवाई ने आश्वस्त किया कि अगर सब कुछ मानक के अनुकूल पाया गया तो तरवॉ की इस हॉकी एकेडमी की बहुप्रतीक्षीत मॉग पर गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा।

(लेखक दैनिक जागरण के नेशनल डिप्युटी ब्यूरों रहें हैं)