(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
भू माफियाओं द्वारा आदिवासियों को पट्टे पर दी गई भूमि पर जारी है निर्माण कार्य पर प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
मथुरा मोक्ष धाम के पास अवैध रूप से मथुरा के रैतिया मुहाल खादर में भू माफिया द्वारा अवैध कॉलोनी काटी जा रहीं हैं तथा बड़े-बड़े आवास का निर्माण दिन रात चल रहा है
जबकि ये जमीन मथुरा यमुना नदी की रैतिया खदान की जमीन है, जिसका खसरा नंबर 1/1 ,खाता खतौनी संख्या 03 के अंतर्गत कई रकबे की जमीन है तथा पूर्व में यह जमीन अनुसूचित जाति वर्ग को रैतिया खदान के पट्टे के रूप में आवंटित की गयी थी
इस जमीन को महावन निवासी कन्हैयालाल पुत्र हुब्बलाल जमुना पार महाबन द्वारा कृषि भूमि के रूप मे खरीद लिया गया था,
लेकिन आज बिना 143 में आबादी घोषित तथा बिना नक्शा पास कराये इस जमीन को बिजली, पक्की 30 से 20 फुट की सड़कों की सुविधाएं के साथ आकर्षक बनाकर आवासीय प्लॉट के रूप में अवैध रूप से बेचा जा रहा है !
इसी बीच इस रैतिया खदान के खादर की जमीन में मथुरा के एक नामी ज्वेलर्स द्वारा परिक्रमा मार्ग पर पूर्णतया अवैध रूप से लगभग 700 वर्ग मीटर में शानदार भवन निर्माण भी करा लिया गया है।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश सरकार , जिला प्रशासन, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, उच्च न्यायालय इलाहाबाद मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा मथुरा वृन्दावन के अंतर्गत समस्त खादर की जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण अवैध घोषित किया जा चुका है लेकिन इसके पश्चात भी भू माफिया द्वारा चोरी छुपे इस रैतिया खदान की जमीन को बेच कर अवैध निर्माण कराया जा रहा है।
इस संबंध में गत 15 अक्टूबर को MVDA मथुरा द्वारा दो निर्मित मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया था।
भू माफिया राजनीतिक पहुंच वाले बताये जाते हैं और एक बार फिर से अवैध निर्माण कार्य दिन रात जारी है।
मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ की सख़्त प्रशासक के तौर पर बनी छवि को स्थानीय प्रशासन की नरमदिली से जनता में तार तार हो रही है।