लेखक~ओमप्रकाश
♂÷`जफराबाद स्टोरी : एक खोये हुए नगर को फिर से बसाने का सपन’ फिल्म को पखने लगने शुरू हो गए हैं। कोशिश है कि यह फिल्म समाज की तरफ से प्रस्तुत हो। जिससे इसकी पहुँच भी बढ़े और साख भी। आर के विद्या प्रसार मंडल ( कल्याण ) के अध्यक्ष शिक्षाविद, प्राचार्य और समाजसेवी डॉ. दौलत सिंह पालीवाल जी ने इस फिल्म की प्रस्तुति से अपने को संलग्न किया है। पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान और फिल्म से जुड़े सभी लोग उनके बहुत – बहुत आभारी हैं। वे सदैव मेरे संरक्षक रहे हैं, और मेरी समाजनिष्ठा और मेरी पत्रकारिता दोनों के प्रेरक रहे हैं। बहुत- बहुत धन्यवाद भाई साहब।
आर के विद्या प्रसार मंडल के स्कूलों-कॉलेजों में मनहेच किले को पूर्वांचल का शौर्य स्थल बनाने की मांग के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान भी शुरू हो गया है।
पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान ने पूर्वांचल में तकरीबन १२ ऐतिहासिक स्थलों की मैपिंग की है, जिन्हें हम ड्रामा डाक्यूमेंट्री के रूप में प्रस्तुत करेंगे। इस श्रृंखला की समापन से पहले की किश्त राजा रघु से जुडी होगी। जिसमें हम महाकवि कालिदास के रघुवंशम को भी अच्छे से प्रस्तुत कर सकेंगे, और राजा रघु के विश्वजीत यज्ञ को भी सामने रख सकेंगे। समापन किश्त में राम कथा से जुड़े विभिन्न स्थलों की पुरातत्व और इतिहास के आधार पर प्रामाणिक प्रस्तुति होगी। हमें विश्वास है कि उस फिल्म के आने के बाद रामकथा को लेकर जो तमाशे हो रहे हैं, वे बंद हो जाएंगे।
पूर्वांचल की ऐतिहासिक मैपिंग की योजना समाज की सहभागिता और संस्तुति से ही पूरी होगी। हमें विश्वास है कि अगले दो-तीन साल में हम लोग पूर्वांचल के सांस्कृतिक विकास में अमूल्य योगदान कर सकेंगे। जफराबाद स्टोरी : एक खोये हुए नगर को फिर से बसाने का सपन में सहभगी बनाने के लिए डॉ. दौलत सिंह पालीवाल जी का एक बार फिर से आभार।
÷लेखक वरिष्ठ पत्रकार/लेखक और सामाजिक संस्था पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान के सचिव हैं÷