लेखक- सुभाषचंद्र
राजनीति को इतना घटिया कर देगा विपक्ष, कभी सपने में भी नहीं सोचा था लेकिन अब लगता है विपक्ष के गिरने की कोई सीमा नहीं है, इससे भी ज्यादा देखने को क्या मिल सकता है।
देश के उपराष्ट्रपति व राज्यसभा में सभापति जगदीप धनकड़ जी ने सपा सांसद को “जया अमिताभ बच्चन” कह कर संबोधित क्या कर दिया, मैडम तो बिलबिला गईं।
यह नाम किसी तरह से भी गलत नहीं था लेकिन उन्हें जवाब देते हुए खुद अपना नाम “जया अमिताभ बच्चन” कहती हैं।
वह कहती हैं कि मैं कलाकार हूं, Body Language समझती हूं expression समझती हूं , आपकी tone is not acceptable” – राज्यसभा से बाहर निकल कर भी सभापति के खिलाफ अनाप शनाप बोला और आरोप लगाया कि वो चेयर पर बैठ कर Unparliamentary शब्द बोलते हैं।
हमारे विपक्ष के नेता खड़गे जी का माइक बंद कर दिया, ऐसा आप कैसे कर सकते हैं।
I Want an apology for saying you may be a celebrity, I don’t care, यह महिला का अपमान है”।
इसके पहले भी उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह जी से भी ये मैडम ऐसे ही उलझी थी और तब उन्होंने कहा था कि आपका नाम जया अमिताभ बच्चन जो राज्यसभा के रिकॉर्ड में है जो कि आपने ही दस्तावेज देकर रिकार्ड में दर्ज कराया है तो वह लिया ही जाएगा, आप चाहें तो अपने नाम बदल सकती है और उन्होंने जया बच्चन को तरीका भी समझा दिया था।
फिर भी सभापति से तकरार करना साबित करता है कि समूचे विपक्ष को केवल हंगामा करना है।
पति अमिताभ के नाम पर बिलबिला रही हैं और उनकी पार्टी के लोगों ने अयोध्या में जो एक पिछड़ी जाति की नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म किया उस पर खामोश है, क्यों न हो जब वह अपनी नातिन नव्या नवेली को कह सकती है कि उन्हे कोई दिक्कत नहीं है अगर वह बिना शादी के माँ बनती है।
ये मैडम तो हर किसी का अपमान करने को तैयार रहती हैं, याद होगा गोरखपुर से बीजेपी के सांसद और बॉलीवुड स्टार रवि किशन को कहा था “जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं”
अब इनसे कोई पूछे कि आपसे लेकर तो रविकिशन खा नही रहे हैं, मेहनत करते हैं काम करते है और तब ही कमाते , खाते हैं इसमें किसकी थाली में छेद हो गया ।
पुराना समय याद आता है कि वर्ष 2006 में जया अमिताभ बच्चन की शिकायत कांग्रेस की सांसद सोनिया गाँधी ने चुनाव आयोग से की थी कि राज्यसभा की सदस्य होते हुए, जया अमिताभ बच्चन UP Film Development Corporation की Chairperson हैं।
कांग्रेस सांसद की इस शिकायत पर चुनाव आयोग ने इन्हे राज्यसभा से निष्काषित कर दिया था और मुलायम सिंह यादव बुरी तरह सोनिया गांधी पर बरसे थे लेकिन आज प्यार मोहब्बत की पींगे बढ़ रही है।
अब सुनिये, मैंने सर्च किया तो मुझे इन मैडम के द्वारा वर्ष 2018 में चुनाव आयोग में दिए हुए दो Affidavit मिले, उसमें एक में अपना नाम मैडम ने लिखा था “Jaya Amitabh Bachchan” और दूसरे में लिखा था “Bachchan Jaya Amitabh”।
खुद अपना नाम अमिताभ के साथ जोड़ कर लिखती हैं और सभापति और उपसभापति कहते हैं तो बवाल काहे काट रही है जया अमिताभ बच्चन। ये 5th time राज्यसभा की सदस्य बनी हैं और पहले भी उन्हें जया अमिताभ बच्चन नाम से पुकारा जाता रहा होगा लेकिन इस बार परेशानी इसलिए है कि मोदी है सामने ।
यह अब मलिकार्जुन खड़गे की वकालत कर रही हैं, ये माइक बंद करने का अब रोज का शोशा बन गया है लेकिन मैडम आपको याद नहीं इन्ही खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को “जहरीला नाग” कहा था और कांग्रेस के लोग अब तक मोदी को 100 से ज्यादा गालियां दे चुके है और आपको जया अमिताभ बच्चन सुनकर भी लगता है गाली दे दी गई है।
आप अपना Original नाम नहीं सुनना चाहती और सोनिया गांधी भी नहीं सुनना चाहती।
अगर जया अमिताभ बच्चन को लगता है धनकड़ जी ने आपका महिला होने के नाते अपमान किया है तो महिला आयोग में शिकायत कर दीजिए।
बेचारा महानायक अमिताभ बच्चन भी सोचता होगा कि परिवार को चलाने के लिए 80 की उम्र पार करने पर भी 18 घंटे काम करता हूं लेकिन आज बीवी को मेरे नाम से ही नफरत है!
कहीं तलाक की नौबत तो नहीं आ रही ,बड़े घरों में क्या होता है किसी को पता भी नहीं चलता है?
(लेखक उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और यह उनके निजी मत हैं)