(मुकेश सेठ)
(मुम्बई)
बीजेपी के जिला मंत्री प्रमोद यादव को प्रयागराज महामार्ग पर बाइक सवार बदमाशों ने 7 गोलियां मारी, पुलिस जुटी जांच में
वाराणसी रेंज के DIG ओपी सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर जल्द परदफाश करने के दिए निर्देश
प्रमोद यादव हत्याकांड में शामिल बदमाशों को पकड़ने के लिए गठित की गई है टीम कहा एसपी अजयपाल शर्मा ने
पार्टी कार्यालय पर बीजेपी नेता के शव के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा हुजूम, लोकसभा प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह,MLC ब्रिजेश सिंह, जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह समेत ने दी विनम्र श्रद्धांजलि
आज गुरुवार को बीजेपी नेता प्रमोद यादव की बाइक सवार बदमाशों द्वारा दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने की घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है तो वहीं पर पोस्टमार्टम के पश्चात उनके शव को पार्टी कार्यालय पर लाया गया।

जहां पर पूर्व गृहराज्य मंत्री और लोकसभा सीट से प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह, विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह प्रिंसु, जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह सहित भारी संख्या में जुटे पार्टीजनों, समर्थकों ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसे पश्चात उनके शव को पार्टी प्रत्याशी कृपाशंकर सिंह समेत कई लोगों ने कंधा देते हुए शवयात्रा में शामिल हुए।
इस दौरान पुलिस फ़ोर्स भी साथ में मुस्तैद रही।
मालुम हो कि सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी जौनपुर के जिला मंत्री व मल्हनी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ चुके प्रमोद यादव (58) पुत्र स्वर्गीय राजबली यादव निवासी बोधापुर की बाइक सवार बदमाशों द्वारा दुस्साहसिक तरीके से दिन दहाड़े सुबह 9.30 बजे गोली मारकर हत्या किए जाने से जहां ज़िले में दहशत से लोग कांप उठे तो वहीं योगी सरकार के इक़बाल और पुलिस की हनक पर भी हत्यारों ने सवालिया निशान लगा दिया है।
इस सनसनीखेज हत्याकांड के बाद हरकत में आए पुलिस के आलाधिकारियों ने सिकरारा थाना क्षेत्र के बोधापुर गांव के पास प्रयागराज हाइवे घटनास्थल की जांच कर साक्ष्य जुटाए।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने कहा कि हत्यारों को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी गई है जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जायेगा।
कुछ घंटो के बाद वाराणसी रेंज के DIG ओपी सिंह भी अधिनस्थों के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर तफ्सील से मौका ए मुआयना कर सारी जानकारी लेते हुए जल्द ही बीजेपी नेता के हत्याकांड को सुलझाने का निर्देश दिया।
मालुम हो कि वर्ष 2017 के चुनाव में मल्हनी विधानसभा सीट से बीजेपी ने प्रमोद यादव की लोकप्रियता को देखते हुए उनको चुनाव लड़ाया था।
उस चुनाव में सपा से पूर्व मंत्री पारसनाथ यादव तो पूर्व बसपा सांसद बाहुबली धनंजय सिंह ने जेल में रहते हुए अपनी तत्कालीन दूसरी पत्नी डॉक्टर जागृति सिंह को चुनाव लड़ाया था।

प्रमोद यादव के द्वारा चुनाव में तगड़ी चुनौती पेश किए जाने से सपा संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव तक को पारसनाथ यादव के समर्थन में रैली करनी पड़ी थी।
जिसके चलते सजातीय यादव सपा प्रत्याशी की तरफ़ गोलबन्द हुए तो पारस नाथ यादव के धुर विरोधी वोट खासकर सवर्ण धनंजय सिंह की पत्नी डॉ. जागृति सिंह के पाले में चले गए।
परिणाम पारस नाथ यादव चुनाव जीते तो जागृति सिंह दूसरे और प्रमोद यादव तीसरे स्थान पर जा खिसके थे।