(मुकेश सेठ)
( मुंबई)
√ बदलापुर कांड की जाँच के लिए आईजी आरती सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी बनाने का दिया गया है आदेश उपमुख्यमंत्री ने दी जानकारी
√ फड़नविस ने पूर्व मुख्यमंत्री को निशाने पर रखते हुए कहा कि विपक्ष को इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर निम्न स्तरीय राजनीति नही करनी चाहिए
√ DCM ने बताया कि ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिसकर्मी किये गए निलंबित, फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जायेगा मामला और उज्जवल निकम होंगे विशेष लोक अभियोजक
बदलापुर की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजा जायेगा जिसके लिये विशेष अभियोजक उज्जवल निकम होंगे।
युक्त जानकारी आज नई दिल्ली में मौजूद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री/गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा।
उन्होंने कहा कि इस घटना की जाँच के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित करने का आदेश दे दिया गया है और कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। इस घटना में ठाणे पुलिस कमिश्नर को फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाने का प्रस्ताव पेश करने का आदेश दिया गया है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुलिस स्थिति को संवेदनशीलता से संभाल रही है, जब ये घटना सामने आई तो तुरंत कार्रवाई की गई. फिर भी अगर कोई देरी हुई तो एसआईटी इसकी जांच करेगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष ऐसी गंभीर घटनाओं पर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहा है, संवेदनहीन विपक्षी दल सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। उन्हें यह शोभा नहीं देता कि एक पूर्व मुख्यमंत्री राजनीति करने के लिए इतने निचले स्तर तक जाये।
अभी सरकार की प्राथमिकता कानून-व्यवस्था बनाए रखना और उन पीड़ित लड़कियों को न्याय दिलाना है।’ देवेन्द्र फड़णवीस ने यह भी कहा कि इस समय प्रदर्शनकारियों में कौन लोग हैं, इस पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है।
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने बताया कि बदलापुर घटना के शुरुआती दौर में कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले बदलापुर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।