(आलोक तिवारी)
(मथुरा)
√ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें शंखध्वनि और मंत्रोउच्चार के बीच द्वीप प्रज्जवल कर बरसाना की विश्व प्रसिद्ध रंगोत्सव का किया शुभारंभ
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को जनपद के बरसाना होली रंगोंत्सव कार्यक्रम में पहुंचे। यहां पहुंचने पर मुख्यमंत्री का पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीयों, मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री रोपवे से बरसाना के श्रीजी महल राधारानी मंदिर पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने मंदिर में सेवायतों की मौजूदगी में विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच राधा रानी का पूजा अर्चना कर उनके चरणों में माथा टेका। मुख्यमंत्री ने मंदिर की छतरियां से मंदिर में उपस्थित जनता का अभिवादन किया। फूलों की होली का आनंद लिया। पुष्प बरसाए। इसके बाद राधा बिहारी इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शंखनाद की ध्वनि के मध्य साधु संतों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर होली रंग उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आए विनोद बाबा महाराज, रामसुखदास महाराज, माधव दास मोनी बाबा व फलारी बाबा का पटुका पहनाकर स्वागत सम्मान कर आशीर्वाद लिया। मंच पर मुख्यमंत्री का उत्तर प्रदेश तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा, मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण आदि ने स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।
गीतांजलि द्वारा फूलों की होली आदि की प्रस्तुति दी गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राधे-राधे जय बिहारी जी की जय यमुना मैया की के साथ अपना संबोधन शुरू किया। मुख्यमंत्री ने देश-विदेश से आए हुए लोगों व स्थानीय लोगों के साथ देश व प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी। सीएम ने कहा यहां कार्यक्रम में आने से पहले पूर्व बरसाना मंदिर में श्री राधा रानी के चरणों में लोकमंगल की कामना को लेकर माथा टेका है। पांच हजार सालों से सनातन भारत की संस्कृति को एक नई ऊर्जा देने के साथ ओत प्रोत करती हमारी ब्रजभूमि की रज रज व कण कण में राधा कृष्ण के दर्शन सभी सनातनी व देशवासी करते हैं। मेरा सौभाग्य कि मुझे इसे नमन करने का वह आने का सौभाग्य मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहां अद्भुत है सनातन धर्म शिवरात्रि पर काशी में लाखों लोग आए , 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन हुआ।जिसमें सभी रिकॉर्ड टूट गए। सनातन धर्म की एकता का अविस्मरणीय अकल्पनीय समागम देखने को मिला। जितना सनातन धर्म के खिलाफ बोला गया अफवाह फैलाई तथा जितनी तर्कहीन तथ्यों को प्रस्तुत करवाना था, उतने ही बड़े पैमाने पर सनातन धर्मावलंबियों ने कहा तुम्हारे तर्कों का कोई महत्व नहीं हम तो जा रहे हैं मां गंगा यमुना सरस्वती त्रिवेणी के पवित्र संगम महाकुंभ में।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा उत्तर से दक्षिण तक हजारों वर्ष पूर्व एकता को जोड़ने वाली श्री राम की पवित्र जन्म भूमि अयोध्या है। पूरब से पश्चिम तक पूरे भारत को एकता के सूत्र में जोड़ने वाली भगवान श्री कृष्ण की जन्म व लीला भूमि मथुरा के साथ सनातन एकता के प्रतीक देवाधि देव महादेव की नगरी काशी है।प्रदेश वासियों का सौभाग्य है कि भारत के प्रमुख तीन पवित्र स्थान यूपी में ही है।