★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बीजेपी के रास सदस्य डॉ स्वामी ने एक बार फ़िर अपनी ही सरकार को घेरा, चीनी सेना भारतीय इलाके से वापस जा रही है, यह सरकार की कूटनीतिक और सैन्य जीत है,क्या ये दोनों बातें सच है}
[पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि भारत और चीन ने अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में आने पर सहमति जताई है लेकिन देपसांग पर अब भी कोई फ़ैसला नही हुआ है जबकि पैंगोंग झील पर हम स्थिति से पीछे हटे हैं]
♂÷जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) भारतीय सीमा में आई ही नही तो वापस जाने की बात कैसे की जा रही है।
बीजेपी के राज्यसभा सदस्य व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने उक्त एक बार फ़िर अपनी ही सरकार पर तन्ज कसते हुए निशाने पर लिया कि विदेश मंत्रालय के बयान कि यह सरकार की कूटनीतिक और सैन्य जीत है पर उन्होंने कहा कि भारतीय इलाके से चीनी सेना वापस जा रही है, क्या यह दोनों बातें सच है।
कुछ समय से अपनी पार्टी व मोदी सरकार पर प्रहार करने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी ने एक बार फिर अपने ही सरकार को इस अहम मुद्दे पर घेरा है।
इस बार उन्होंने चीन को लेकर भारत सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा किया और विदेश मंत्रालय के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) भारतीय सीमा में आई ही नहीं तो वापस जाने की बात कैसे की जा रही है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बाबत ट्वीट करते हुए कहा कि पहेली को हल करना चाहिए।पहले भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा बयान जारी किया गया था कि PLA सीमा को पार करके भारतीय सीमा में नहीं घुसी है। लेकिन अब वापसी की बात कैसे की जा रही है,अब उनका कहना है कि यह सरकार की कूटनीतिक और सैन्य जीत है। भारतीय इलाके से चीनी सेना वापस जा रही है, क्या ये दोनों बातें सच हैं।
बता दें कि इससे पहले भी कई बार वे अपनी ही सरकार पर निशाना साध चुके हैं। बजट पेश किए जाने के अगले ही दिन उन्होंने एक इमेज को ट्वीट किया गया था, जिसमें भारत, श्रीलंका और नेपाल में पेट्रोल-डीजल के दामों का जिक्र किया गया था। वहीं 15 फरवरी को उन्होंने पैंगोंग लेक पर तनाव खत्म करने को लेकर हुए करार से संबंधित एक खबर को शेयर करते हुए टिप्पणी की थी। उन्होंने लिखा था कि भारत और चीन ने अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस आने पर सहमति जताई है। उन्होंने लिखा नोट करने वाली बात यह है कि देपसांग पर अब भी कोई फैसला नहीं हुआ है,जबकि पैंगोंग लेक पर हम स्थिति से पीछे हटे हैं।