★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बीजेपी के राज्यसभा सांसद ककाड़े ने कहा कि फडणवीस सरकार में होना चाहते हैं शिवसेना के विधायक}
[मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी किया साफ़ बीजेपी से वो ही बनेंगे मुख्यमंत्री, सामना में बड़े नेताओं के लिए कटाक्ष तो कांग्रेस एनसीपी के लिए क्यों नही लिखते]
(शिवसेना 50-50 फार्मूले व ढाई साल के लिए आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की मांग पर अड़ते हुए संजय राउत ने कहा विकल्प है खुले)
♂÷महाराष्ट्र में सत्ता में बराबर की भागीदारी को लेकर बीजेपी-शिवसेना का हाईवोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा जारी है तो वहीं एक दूसरे को अर्दब में लाने के लिए दबाव वाली राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है। इसी क्रम में आज भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय ककाडे ने मंगलवार को दावा किया कि राज्य में शिवसेना के नवनिर्वाचित करीब 45 विधायक बीजेपी के साथ हाथ मिला कर सरकार बनाने के इच्छुक हैं।
उन्होंने कहा, ‘शिवसेना के 56 में से 45 विधायकों ने बीजेपी के साथ हाथ मिला कर सरकार बनाने की अपनी इच्छा जाहिर की है वे हमें फोन कर कह रहे हैं कि उन्हें सरकार में शामिल कर लें। ककाडे ने यह भी कहा कि शिवसेना के विधायक कह रहे हैं कि चाहे जो भी किया जाए, ‘लेकिन हम बीजेपी के साथ सरकार का हिस्सा बनना चाहते हैं।’ संपर्क करने पर ककाडे ने बताया कि 45 विधायकों की राय है कि सरकार बनाने के लिए बीजेपी और शिवसेना को हाथ मिला लेना चाहिए।
महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं और राज्य की अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों के बीच तकरार चल रही है। 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायकों की संख्या 2014 की तुलना में घट गई जिसके बाद शिवसेना सत्ता में बराबर की भागीदारी पर जोर दे रही है।
शिवसेना ने राज्य में अगली गठबंधन सरकार बनाने का दावा करने के बारे में बातचीत करने से पहले बीजेपी से ‘सत्ता में बराबर की भागीदारी के फॉर्मूले’ को लेकर लिखित आश्वासन मांगा है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में बीजेपी को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं,शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने 54 सीट जीतीं, जबकि कांग्रेस के हिस्से 44 सीटें आई हैं।
उधर शिवसेना अपनी 50-50फार्मूले व आदित्य ठाकरे को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर अड़ी है और शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए नही तो शिवसेना के लिए विकल्प खुले हैं।
गृहमंत्री व बीजेपी के राष्ट्रपति अध्यक्ष अमित शाह का 30 अक्टूबर को मुम्बई आने का कार्यक्रम रद्द हो जाने की चर्चा है।कहा जा रहा था कि बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में देवेंद्र फड़नवीस को विधायक दल का नेता उनकी मौजूदगी में चुना जाना था और सम्भवतः शाह और ठाकरे की मुलाकात भी हो सकती थी किन्तु आप बीजेपी ने उनके दौरे से इनकार कर दिया है।
उधर मुख्यमंत्री फडणवीस ने शिवसेना के मुखपत्र माने जाने वाले सामना अखबार में बीजेपी व उसके नेतृत्व पर तीखे कटाक्ष लिखे जाने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि क्यों नही शिवसेना काँग्रेस व एनसीपी के विरुद्ध ऐसे लेख लिखती।
मुख्यमंत्री ने साफ़ कर दिया कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बीजेपी से वही होंगे।