★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{उस्मान खान पहले भी आतंकी हमले करने के आरोप में जा चुका था जेल,शुक्रवार को चाकूबाजी कर दो लोगो की हत्या करने के साथ कइयों को किया था ज़ख्मी, पुलिस ने मार दी थी गोली}
[पीओके कश्मीर में परिवार की ख़रीदी जमीन पर दे चुका है आतंकी ट्रेंनिग, पाकिस्तानी मूल का उस्मान 8 साल तक बन्द रहा ब्रिटेन की जेल में]
♂÷लन्दन ब्रिज हमले में मारे गए आतंकवादी उस्मान खान पहले भी हमले कर चुका है और वह भारत के कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग के लिए फण्ड इकट्ठा करता था।
मालूम हो कि शुक्रवार की दोपहर में उस्मान खान ने लन्दन ब्रिज परआतंकी हमले में चाकू से हमला कर दो लोगो को मौत के घाट उतार दिया था तो कईयो को ज़ख्मी कर डाला था।
जिस पर सूचना पाकर पहुँची स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने फर्जी विस्फोटक जैकेट पहने एक पुरुष संदिग्ध को घटनास्थल पर मार गिराने की पुष्टि की थी। पुलिस ने संदिग्ध की पहचान 28 वर्षीय उस्मान खान के तौर पर की।
लदंन ब्रिज पर हमला करने वाला उस्मान खान, कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग के पैसे जुटाता था और वह, पहले भीआतंकी हमले कर चुका था।
ब्रिटेन के मशहूर लंदन ब्रिज के निकट शुक्रवार (29 नवंबर) को हुई चाकूबाजी को आतंकवादी घटना घोषित किया गया है जिसमें दो लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। स्कॉटलैंड यार्ड ने फर्जी विस्फोटक जैकेट पहने एक पुरुष संदिग्ध को घटनास्थल पर मार गिराने की पुष्टि की थी। पुलिस ने संदिग्ध की पहचान 28 वर्षीय उस्मान खान के तौर पर की है। लंदन ब्रिज आतंकी हमले के बाद ट्विटर पर आरोपी आतंकी हैशटैग का नाम ट्रेंड कर रहा है। इस ट्रेंड के साथ लोगों का कहना है कि इस तरह के युवाओं से समाज बर्बाद हो रहा है।
स्कॉटलैंड यार्ड के ‘हेड ऑफ काउंटर टेररिज्म पुलिसिंग’ के सहायक आयुक्त नील बसु ने बताया कि लंदन ब्रिज पर चाकूबाजी में शामिल संदिग्ध 28 वर्षीय उस्मान खान पहले भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। 2012 में उसे आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तत होने का दोषी पाया गया था और दिसम्बर 2018 में ही उसे जेल से रिहा किया गया था। उस्मान खान जमानत पर जेल से बाहर था। पुलिस के अनुसार हमलावर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और वो फर्जी विस्फोटक जैकेट पहने हुए था।
में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, उस्मान खान आतंकवाद संबंधी अपराध के लिए 8 साल तक जेल में रहा था। दिसम्बर 2018 में ही उसे जेल से रिहा किया गया था। उस्मान खान को 2012 में आतंकी गतिविधियों के लिए पैसे जुटाने और प्लानिंग करने के लिए कश्मीर में एक आतंकवादी ट्रेनिंग देता था। उस्मान खान वहां युवाओं को ट्रेंनिंग देता था। कश्मीर में उस्मान खान उसी जगह पर ट्रेनिंग देता था, जहां उसके परिवार वालों ने जमीन खरीदी थी।
उस्मान खान लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर बमबारी करने की प्लानिंग कर रहा था। जुलाई 2013 की एक रिपोर्ट में आतंकवाद के स्वतंत्र समीक्षक ने लिखा था कि उस्मान खान स्टोक के उन तीन लोगों में से एक थे जिन्होंने पाकिस्तान के संघ शासित कबायली इलाकों की यात्रा की थी और कश्मीर में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने, निर्माण करने और भाग लेने की योजना बनाई थी। वे एक ऐसे समूह का हिस्सा थे, जिसके पास अल-कायदा अंग्रेजी भाषा की चरमपंथी पत्रिका इंस्पायर की प्रतियां थीं, और उन्होंने पोस्ट में लेटर बम डालने पर विचार किया था।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि उस्मान खान पाकिस्तान मूल का था। वह पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर में एक आतंकवादी कैंप स्थापित करना चाहता था और कश्मीर में लड़ने के लिए ब्रिटेन में भर्ती होना चाहता था।