★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{बदलते सियासी माहौल में अपनी ताक़त पहचानने की है ज़रूरत, समर्थक शामिल हो बैठक में कहा पूर्व मन्त्री पंकजा मुंडे ने}
(महाराष्ट्र में बीजेपी के हाथ से सत्ता जाते ही पार्टी में उठ रहे हैं विरोध के सुर,एकनाथ खडसे भी कर चुके हैं फडणवीस व पार्टी नीतियों की आलोचना)
[परली विधानसभा सीट से पंकजा मुंडे अपने चचेरे भाई एनसीपी नेता धनन्जय मुंडे से तीस हज़ार वोट से हार गयी हैं]
♂÷महाविकास आघाड़ी की उद्धव ठाकरे सरकार बनने के बाद अब बीजेपी की मुश्किले बढ़ती दिख रही हैं अब महाराष्ट्र में बीजेपी के बड़े नेता भी पार्टी की बखिया उधेड़ने से नही चूक रहे हैं तो वहीं आज पूर्व मन्त्री व दिग्गज नेता पंकजा मुंडे ने फेसबुक पर 12 दिसम्बर को बड़े फ़ैसले लेने की बात कहकर हलचल मचा दी है। जबकि इसके पहले क़द्दावर नेता व पूर्व मन्त्री एकनाथ खड़से ने भी पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ ही पार्टी नेतृत्व पर चुनाव के दौरान कई बड़े नेताओं की अनदेखी करने पर तीखे आक्रोश व्यक्त किये थे।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी की बड़ी नेता माने जाने वाली पूर्व कैबिनेट मन्त्री पंकजा मुंडे ने अपने समर्थकों की बैठक 12 दिसम्बर को बुलाई है उन्होंने लिखा है कि इसी दिन वह बड़े क़दम उठाएंगी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.गोपीनाथ मुंडे की पुत्री पंकजा मुंडे ने पोस्ट में लिखा है, चुनाव में हार के बाद समर्थकों के कई फोन-मैसेज आए और मिलने का आग्रह किया गया लेकिन राजनीतिक स्थिति ऐसी रही कि समर्थकों से मिलना नहीं हो सका।
उन्होंने पोस्ट में लिखा कि 12 दिसंबर को गोपीनाथ मुंडे की बरसी पर सभी समर्थकों से आवेदन है कि वे बैठक में शामिल हों।उन्होंने कहा कि बदलते सियासी माहौल में अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है, 8-10 के भीतर ही बड़ा फैसला लूंगी।
मुंडे ने लिखा कि मुझे आठ दस दिन आत्मचिंतन के लिए चाहिए। जिसके बाद मैं आत्मचिंतन कर आपके साथ 12 दिसंबर को बैठक करूंगी। उन्होंने लिखा कि 12 दिसंबर, यह नेता मुंडे साहब का जन्मदिन है … उस दिन, आप मुझसे बात करेंगे। जैसे आप मुझे देखना चाहते हैं कि मैं महाराष्ट्र के लोगों के बारे में बात कर रही हूं। मैं आपसे बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं। तुम्हारे बिना (समर्थकों के बिना) मेरा कौन है?
बता दें, फडणवीस सरकार में पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे अपने गढ़ परली से चुनाव हार गई थीं।पंकजा को उनके चचेरे भाई धनंजय मुंडे के सामने हार का सामना करना पड़ेगा।धनंजय मुंडे फिलहाल उद्धव सरकार के साथ हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष धनंजय मुंडे ने अपनी बहन को लगभग 30000 वोटों से शिकस्त दी थी, धनंजय मुंडे को 121186 वोट मिले तो वहीं पंकजा मुंडे को मात्र 90418 वोट हासिल किए थे।
मालूम हो कि पंकजा मुंडे पूर्व केंद्रीय मन्त्री स्व.गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं,गोपीनाथ मुंडे सेना बीजेपी सरकार में उपमुख्यमंत्री भी रह चूके हैं उनके शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे से बढ़िया तालमेल रहा है महाराष्ट्र में शिवसेना बीजेपी गठबंधन में स्व.प्रमोद महाजन के साथ मुंडे ने भी बड़ी भूमिका निभाई थी।