★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{जम्मू कश्मीर के हाइकोर्ट में बंद के चलते वकीलों के न पहुँचने के सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट के पास याचिका पहुँचने पर मुख्य न्यायाधीश गोगोई ने कहा कि मैं ख़ुद जा सकता हूँ श्रीनगर}
[गोगोई ने याचिकाकर्ता से कहा कि अगर जम्मू कश्मीर हाइकोर्ट के जज की रिपोर्ट दाख़िल याचिका के उलट आती है तो।परिणाम के लिए रहे तैयार]
(सीजेआई ने काँग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद को श्रीनगर, बारामुला जाने की इजाजत दे दी है बशर्ते रैली व सार्वजनिक भाषण नही कर सकते)

♂÷जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव और उसके बाद के हालात पर हो रही सुनवाई के दौरान एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा, ये मामला गंभीर है, अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद हालात देखने श्रीनगर जाऊंगा।दरअसल ये मामला बच्चों के शोषण से जुड़े मामले की सुनवाई का था। इसमें याचिकाकर्ता वकील ने कहा, कश्मीर में बंद के चलते वकील हाईकोर्ट नहीं पहुंच पा रहे हैं।
सुनवाई के दौरान सीजेआई (CJI) ने कहा, लोगों का हाईकोर्ट न पहुंचना एक गंभीर मसला है। उन्होंने पूछा क्या लोगों को कोर्ट पहुंचने में परेशानी हो रही है। हालात गंभीर हैं ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद श्रीनगर जाऊंगा।सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट को नोटिस दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के न्यायाधीश से इस आरोप पर रिपोर्ट मांगी है कि लोगों को हाईकोर्ट से संपर्क करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है।
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने याचिकाकर्ता के वकील से कहा, अगर लोग उच्च न्यायालय से संपर्क करने में असमर्थ हैं तो यह बेहद गंभीर है, मैं खुद श्रीनगर जाऊंगा,अगर जम्मू-कश्मीर के हाईकोर्ट के न्यायाधीश की रिपोर्ट इससे उलट बताती है तो परिणाम के लिए तैयार रहें।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से उन आरोपों पर एक रिपोर्ट मांगी है, जिनमें कहा गया है कि लोगों को हाईकोर्ट तक अपनी बात पहुंचाने में कठिनाई हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा, अगर लोग हाईकोर्ट से अपनी बात नहीं कह पा रहे हैं तो ये “बहुत बहुत गंभीर” बात है।
दो बाल अधिकार कार्यकर्ताओं के अधिवक्ता ने कोर्ट में आरोप लगाया कि लोगों को हाईकोर्ट से अपनी बात कहने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रधान न्यायाधीश ने अधिवक्ता को चेतावनी दी कि अगर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की रिपोर्ट में विपरीत बात समाने आई तो उन्हें इसके “नतीजों” का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
सोमवार को जम्मू-कश्मीर के मसले पर सात याचिकाओं पर सुनवाई हो रही है सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सरकार से जम्मू कश्मीर में हालात सामान्य करने के लिए कहा।फारुख अब्दुल्ला के हिरासत में होने पर कोर्ट ने 30 सितंबर तक केंद्र से जवाब मांगा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को सरकार ने घाटी में जाने की इजाजत दे दी है उन्हें श्रीनगर और बारामूला जाने की अनुमति मिल गई है,इससे पहले उन्हें दो बार दिल्ली से घाटी जाते समय रोक दिया गया था। हालांकि सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा, इस दौरान वह किसी भी तरह का सार्वजनिक भाषण या रैली नहीं कर सकेंगे।