★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि कोरोना की नई लहर के बीच आर्थिक गतिविधियां फ़िर से हो रही चौपट}
[कुमार ने कहा वर्तमान हालात पहले से बदतर हो गए हैं फ़िर भी वर्ष 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था में 11 फ़ीसदी की तेज़ी की जाएगी दर्ज]
(उपाध्यक्ष ने कहा कि यूके समेत कुछ देशों नए कोरोना स्ट्रेन के चलते हालात फ़िर से बिगड़ गए हैं, इस वेव से सर्विस सेक्रेटर पर पड़ेगा सीधा असर)
♂÷नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि अबकी बार इकोनॉमी की हालत ज्यादा खराब है तो वहीं 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था में 11 फीसदी की तेजी दर्ज की जाएगी,कोरोना की नई लहर के बीच आर्थिक गतिविधि फिर से चौपट हो गई है।
इस बीच नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव त्यागी ने कहा कि देश के सामने बड़ी अनिश्चितता है और जरूरत पड़ने पर सरकार राजकोषीय उपाय की घोषणा कर सकती है,इसमें प्रोत्साहन पैकेज भी शामिल हो सकता है। हालांकि उन्होंने स्टिमुलस का विशेष जिक्र नहीं किया है।
राजीव कुमार ने कहा कि वर्तमान हालात पहले से बदतर हो गए हैं। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में देश की अर्थव्यवस्था में 11 फीसदी की तेजी दर्ज की जाएगी।
राजीव कुमार ने कहा कि भारत में कोरोना महामारी लगभग खत्म हो चुका था लेकिन यूके समेत अन्य देशों के नए स्ट्रेन के कारण हालात फिर से बिगड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि नए वेव के कारण सर्विस सेक्टर पर सीधा असर होगा, उससे ज्यादा असर बिजनेस के एनवायरनमेंट पर होगा।
कारोबार और आर्थिक सुधार को लेकर अनिश्चितता का माहौल पैदा हो रहा है ऐसे में कंज्यूमर और इन्वेस्टर्स सेंटिमेंट को लेकर कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। कंज्यूमर सेंटिमेंट बिगड़ने से डिमांड पर असर होगा जबकि इन्वेस्टर्स सेंटिमेंट बिगड़ने से इन्वेस्टमेंट पर बुरा असर होगा।