★जितेन्द्र सिंह राजपूत★
★ग्वालियर(मध्यप्रदेश)★

{सम्बंधित ठेकेदार के खिलाफ करें टर्मिनेशन की कार्यवाही:महापौर/सांसद शेजवलकर}
[अमृत योजना के कार्यो की समीक्षा बैठक में कड़े तेवर अख्तियार किये महापौर/सांसद ने]
♂÷कोई भी योजना कितनी भी बड़ी एवं कितनी भी महत्वपूर्ण क्यों ना हो, उसका सही लाभ आम जनों को तभी मिल पाता है, जब वह योजना समय सीमा में और गुणवत्ता पूर्ण बने।उक्त विचार ग्वालियर के महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने व्यक्त करते हुए आगे निर्देशित किया कि शहर में पेयजल एवं सीवर की उत्कृष्ट व्यवस्था के लिए सम्बंधित ठेकेदार से तेजी से कार्य करायें तथा उक्त सभी कार्यों की जो भी समय सीमा है उस समय सीमा में कार्य पूर्ण हो तभी उसका लाभ नागरिकों को मिल पायेगा। महापौर/सांसद शेजवलकर ने मंगलवार को अमृत योजना के तहत शहर में पेयजल एवं सीवर के लिए किये जा रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन को निर्देश दिये ।

निगम मुख्यालय स्थिति सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में सभापति राकेश महौर, एम.आई.सी. सदस्य धर्मेन्द्र राणा, लेखा समिति के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह कुशवाह, नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन, अपर आयुक्त दिनेश चन्द्र शुक्ला, अधीक्षण यंत्री आर.एल.एस. मौर्य, सहायक मन्त्री आर.के. शुक्ला, आर.एन. करैया, भदौरिया सहित अमृत योजना के आर.ई. अखिलेश्वर सिंह सहित सम्बंधित ठेकेदार एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में अमृत योजना के तहत सीवर समस्या के निराकरण के लिए किये जा रहे कार्यों को लेकर समीक्षा की गई। जिसमें सम्बंधित अधिकारी द्वारा बताया गया कि लश्कर क्षेत्र में 90 किमी की लाइन डलनी थी, जिसमें से 30 किमी नया कार्य एवं 60 किमी पुरानी लाइनों का रेस्टोरेशन करना है। जिसमें से अभी तक 26 किमी पुरानी लाइनों का कार्य एवं 12 किमी नई लाइनों का कार्य हो चुका है। बाकि कार्य दिसम्बर 2019 तक पूर्ण हो जायेगा। इसके साथ ही उन्होने बताया कि सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। जिसमें 145 एमएलडी के एसटीपी का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। छोटे-छोटे कार्य रह गये है जो कि समय सीमा में पूर्ण कर लिए जायेगे,इसके साथ ही ललियापुरा में बनने वाले एसटीपी में रेल्वे की अनुमति के कारण देर हो रही है। जिसको लेकर निगमायुक्त ने कहा कि एक दो दिन में वह स्वयं झांसी में रेल्वे अधिकारियों से मिलकर इस सम्बंध में चर्चा करेगें।

बैठक में शहर के विभिन्न वार्डो में डाली जाने वाली सीवर लाइन एवं रोड़ रेस्टोरेशन को लेकर भी चर्चा की गई तथा सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये। कि जहां भी कार्य चल रहा है वहां रोड़ का कार्य भी तत्काल पूर्ण कराते चलें। बारिश में नागरिकों को समस्या नहीं होनी चाहिए।अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मुरार क्षेत्र में अमृत योजना के तहत 180 किमी नई व पुरानी लाइनों का कार्य होना था, जिसमें 140 किमी नई लाइनें तथा 40 किमी पुरानी लाइनों के रेस्टोरेशन का कार्य होना है। जिसमें से 122 किमी नई लाइनें एवं 14.5 किमी पुरानी लाइनों का कार्य हो चुका है। वहीं हुरावली क्षेत्र में आर्मी की अनुमति नहीं मिल पाने के कारण कार्य में देरी हो रही है। हम दूसरी ओर से रास्ता बना रहे हैं। वहीं लालटिपारा में बनने वाले एसटीपी का कार्य फरवारी 2020 तक पूर्ण हो जायेगा। इसके साथ शताब्दीपुरम के एसटीपी का कार्य भी शीघ्र पूर्ण होगा।
महापौर शेजवलकर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीवर जाम एवं सीवर ओवरफलो की समस्या के निराकरण के लिए तेजी से कार्य करें। इसका शीघ्र ही निराकरण होना चाहिए।
पेयजल बहुत संवेदनशील मुददा
अमृत योजना के तहत पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई जिसमें सबंधित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि पेयजल के लिए पैकेज क्रमांक 1 के अंतर्गत तिघरा से जलालपुर तक पानी लाने के लिए लाइन डालनी है। जिसका कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। तथा शेष कार्य फरवरी 2020 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। इसके साथ पैकेज क्रमांक 2 में 160 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाना है। जिसका कार्य मार्च 2020 तक पूर्ण हो जायेगा। इसके साथ ही 43 नई टंकिया बनानी है। जिसमें से 33 पर कार्य चल रहा है,एवं पानी वितरण के लिए 101 डीएमए बनाना है। जिसमें 68 स्वीकृत हो चुके हैं, और अभी 10 डीएमए पर काम चल रहा है।
समीक्षा के दौरान पेयजल के कार्यो की धीमीगति को देखते हुए महापौर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई ।
शेजवलकर ने निगमायुक्त को निर्देश दिये कि पेयजल बहुत संवेदनशील मुद्दा है इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करें, और पेयजल के लिए कार्य करने वाली एजेंसी के संचालक को एक सप्ताह के अंदर ग्वालियर बुलायें अन्यथा अगले सप्ताह सम्बंधित कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर कंपनी को टर्मिनेट करने की कार्यवाही करें। वहीं गर्मीयों के मौसम में शहर में पानी की समस्या को देखते हुए टेंकर एवं नलकूपों की जानकारी ली गई, जिसको लेकर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि अभी निगम के पास 40 टेंकर विभागीय हैं तथा 50 टेंकर किराये लगाये गए हैं। इसके साथ ही राज्य शासन को भी 10 करोड़ 50 लाख रूपये का प्रस्ताव भेजा गया है। वोटक्लब में नाव चलाने को लेकर चर्चा की गई जिसमें बताया गया कि अभी वोट क्लब में बारिश तक नाव नहीं चलाई जा सकती है, इसको लेकर बैजाताल में आगामी 15 जून से नाव चलाने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये ।
नगर निगम के अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव एवं आर.के. श्रीवास्तव ने आज निगम मुख्यालय में जनसुनवाई कर नागरिको की समस्यायें सुनी तथा समस्या का निराकरण करने के निर्देश सबंधित विभाग अधिकारियों को दिये गये।
जनसुनवाई के दौरान वार्ड 25 स्थित कल्पना नगर न्यू चैराहा मुरार के नागरिकों ने सीवर लाइन का मिलान मुख्य लाइन में कराने का आग्रह किया। जिसको लेकर सबंधित क्षेत्र के सहायक यंत्री को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गए।
वार्ड 22 स्थित न्यू जीवाजी नगर के नागरिकों द्वारा काॅलोनी में सीसी रोड़ डलवाने व नाला सफाई को लेकर आग्रह किया। जिसको लेकर सबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गए। वार्ड 21 स्थित हनुमान नगर गोले का मंदिर के नागरिकों द्वारा क्षेत्र में पानी के अपव्यय को लेकर शिकायत की तथा इसे बंद कराने का आग्रह किया। इसके साथ ही वार्ड 20 मांझी आदीवासी समाज मुरार द्वारा टीनसैड का कार्य पूर्ण कराने का आग्रह किया। वहीं नदी पार टाल मुरार के शमशान रोड़ की लाइट चालू कराने का आग्रह क्षेत्र के नागरिकों द्वारा किया गया। इसके साथ ही अन्य क्षेत्रों के नागरिकों द्वारा भी विभिन्न समस्याओ को लेकर जनसुनवाई में आवेदन दिया गया। जिसके निराकरण के निर्देश सबंधित अधिकारियों को दिये गए।