★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{कांग्रेसाध्यक्ष ने कहा कि इस बिल का पास होना संकीर्ण मानसिकता की जीत है तो शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा हम देश मे शरणार्थियों के स्वागत करते हैं}
[बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने कहा तीन देशों में धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यको को इस बिल से भारत मे सम्मानजनक जीवन जीने का मिलेगा अवसर]
(तृणमूल नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा ममता बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में नही लागू होने देंगे नागरिकता संशोधन बिल)
♂÷राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद देश भर में सभी नेताओं ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। कई नेताओं ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए पाकिस्तानी हिंदुओं और बाकी पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों के पक्ष में बताया, जबकि कुछ नेताओं ने इसे भारत की संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इस दिन को भारत के इतिहास का काला दिन बताया।
कांग्रेस की कार्यकारीअध्यक्ष सोनिया गांधी ने नागरिकता संशोधन बिल को भारतीय संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास का काला दिन है,इस बिल का पास होना संकीर्ण मानसिकता की जीत है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने बिल का विरोध या समर्थन करने की बजाय बीच का रास्ता चुना। संजय राउत ने कहा कि हम देश में शरणार्थियों का स्वागत करते हैं, पर सरकार पर वोट के लिए यह बिल लाने के आरोप लग रहे हैं। इसलिए सरकार को शुरुआती 25 सालों तक शरणार्थियों को वोट देने का अधिकार नहीं देना चाहिए। सरकार ने ऐसा नहीं किया इस वजह से शिवसेना ने इस बिल का विरोध किया है।
नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने पर खुशी जताते हुए भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि पड़ोसी देशों के जिन अल्पसंख्यकों को धार्मिक आधार पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ा है, उन्हें इस कानून से न्याय मिला है। नड्डा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा, “इस संशोधित विधेयक से धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे अल्पसंख्यकों (पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के) को भारत में सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर मिलेगा।”
पश्चिम बंगाल में नहीं लागू होगा
तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार हर बड़े वादे करती है पर कोई भी वादा पूरा नहीं करती। ममता दीदी ने पहले ही साफ कहा है कि पश्चिम बंगाल में यह बिल लागू नहीं होगा।