★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मुख्यमंत्री ने कहा शिवसेना बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी,बहुमत मिला सरकार बनाने के लिए लेकिन बात करती रही कांग्रेस एनसीपी से}
[शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा कि बाला साहब को वचन दिया था कि एक दिन शिवसैनिक बनेगा मुख्यमंत्री,इसके लिए मोदी शाह के आशीर्वाद की जरूरत नही है]
( ठाकरे ने साफ़ कहा बीजेपी को शत्रुपक्ष अभी भी नही मानता,किन्तु झूठ बोलना छोड़ना होगा व मोदी जी पर कभी भी व्यक्तिगत टिप्पणी नही की)
[मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मिलकर सौपा इस्तीफ़ा,फडणवीस व उद्धव ठाकरे ने प्रेस कान्फ्रेंस कर एक दूसरे को ठहराया सरकार न बनने का जिम्मेदार]
♂÷महाराष्ट्र के लिए शुक्रवार का दिन बेहद अहम रहा,एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी शिवसेना ने आख़िर बीजेपी को झटका दे ही दिया तो वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर उनको इस्तीफा सौंप दिया जिसपर राज्यपाल ने फडणवीस को कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर बने रहने को कहा है।
इस्तीफ़ा देने के पश्चात देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में नई सरकार गठन न होने के लिये शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी शिवसेना गठबंधन को बहुमत देकर सरकार बनाने का जनादेश दिया था किंतु शिवसेना ने चुनाव के बाद से ही उल्टी बयानबाजी शुरू कर दी खासकर पिछले दस दिनों से उन्होंने अति कर दी।उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी व अमित शाह के बारे में भी अनुचित बयानबाजी की।
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ी और बीजेपी को छुड़ाकर काँग्रेस एनसीपी से बात करती रही।
उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे को तीन बार फोन किया बात करने के लिए किन्तु उन्होंने बात करना उचित नही समझा।मैं बाला साहब ठाकरे का सम्मान करता हूँ हमने कभी भी अपमानजनक बाते नही की,उद्धव ठाकरे के इर्द गिर्द के कुछ लोग जिस तरह की बाते करते हैं उस तरह की बातों से सरकार नही बनती।फडणवीस ने कहा बातचीत से विवाद सुलझ सकता था किंतु चुनावी परिणाम आने के दिन से ही बयानवाजी शुरू कर दी गयी,चुनाव परिणामों के बाद शिवसेना ने निचले स्तर के आरोप लगाए।
मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र की जनता व सहयोगियों को सरकार का कार्यकाल पूरा करने पर बधाई दी।
उधर फडणवीस के प्रेस कांफ्रेंस के पश्चात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी शिवसेना भवन में प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित कर बीजेपी नेताओं समेत फडणवीस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हमे सरकार बनाने के लिए मोदी शाह की जरूरत नही है जबकि इसके पहले एक बार फिर शिवसेना नेता संजय राउत ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही बनेगा।
उधर उद्धव ठाकरे ने शिवसेना भवन में मुख्यमंत्री फडणवीस के प्रेस कांफ्रेंस के जवाब में आयोजित पत्रकार वार्ता में पलटवार करते हुए कहा कि मैंने शिवसेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे को वचन दिया था कि एक दिन मुख्यमंत्री पद पर एक शिवसैनिक होगा और उस वचन को पूरा करने के लिए मुझे किसी नरेंद्र मोदी या अमित शाह के आशीर्वाद की जरूरत नही है।
ठाकरे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के विकास के कार्य उन्होंने अकेले नही किया उनके साथ हम भी थे,हमने कभी विकास कार्यो में अड़चन नही डाली।इस बात का दुःख है कि पहली बार ठाकरे परिवार पर झूठा होने का आरोप लगा है, क्या तय हुआ था इसके गवाह कई लोग है।
देवेंद्र फडणवीस मेरे मित्र थे इसलिए पिछली बार हमने उनको सरकार बनाने में सहयोग किया था, लेकिन आज जो उन्होंने बयान दिया उससे धक्का लगा है
मैं बीजेपी को शत्रु पक्ष अभी भी नहीं मान रहा लेकिन उनको झूठ बोलना छोड़ना होगा
हमने मोदी जी पर टिका टिप्पणी कभी भी नहीं की।उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोदी ने दो बार मुझे छोटा भाई कहा है।
उद्धव ठाकरे की प्रेस कांफ्रेंस में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री व जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला की एक वीडियो क्लिप चलाई गयी जिसमें चौटाला मोदी और बीजेपी को कई मोर्चों पर कोसते सुनाई पड़ रहे हैं।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मेरे पास उनसे बात करने के लिए समय था, लेकिन मैंने उनसे बात नहीं की क्योंकि हम झूठे लोगों से बात नहीं करते इस सभी स्थितियों की ज़िम्मेदार बीजेपी है।
बीजेपी को सरकार बनाने का दावा करना चाहिए नही तो हर पार्टी के सामने हर विकल्प खुले हैं।
महाराष्ट्र की जनता ने ठाकरे परिवार और शिवसेना पर जितना विश्वास किया है, उतना ही अविश्वास वो अमित शाह और उनकी पार्टी में करती है, ये बात बीजेपी को याद रखनी चाहिये।
इससे पहले अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने साफ़ कहा कि मेरे सामने कभी भी उद्धव ठाकरे ने ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव नहीं रखा था।
वह इस मामले को सुलझा सकते थे लेकिन उनका रुख डिस्कशन का नहीं था पहले दिन से ही उन लोगों ने बयानबाजी शुरू कर दी थी।
फडणवीस ने कहा कि वो उनसे मिलने भी गए थे और फोन भी किया था, लेकिन उन्होंने एक भी फोन रिसीव नहीं किया।
रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस और एनसीपी से लगातार चर्चा की लेकिन हमसे बात भी नहीं की।
फडणवीस बोले उद्धव ठाकरे के आसपास के लोग जिस तरह बात करते हैं उस तरह की बात से सरकार नहीं बनती बातचीत से विवाद सुलझ सकता था कुछ लोगों ने रिजल्ट आने के दिन से ही बयानबाजी शुरू कर दी थी।
बाला साहब ठाकरे हमारे लिए सम्माननिय हैं इसीलिए हमने कभी कोई अपमानजनक बात नहीं की।
आज मुंबई में नितिन गडकरी ने कहा है कि आरएसएस सरकार गठन में कोई प्रयास नही कर रहा है, आने वाले दिनों में बीजेपी शिवसेना गठबंधन की फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बनेगी।
उधर चर्चा है कि एनसीपी व काँग्रेस शिवसेना को समर्थन देने से पहले शर्त रख रही है कि वह बीजेपी से केंद्र व महाराष्ट्र में गठबंधन तोड़ने के साथ ही मोदी सरकार में अपने केंद्रीय मन्त्री अरविंद सावंत से इस्तीफ़ा दिलवाये तब बात आगे बढ़ेगी।
कुल मिलाकर बीजेपी को मुख्यमंत्री पद व सरकार में 50-50 की हिस्सेदारी पर आँखे दिखाने वाली शिवसेना किस तरह से अपने मुख्यमंत्री बनवाने में सफ़ल होती है या आने वाले दिनों में पर्दे के पीछे से बीजेपी के साथ सत्ता की सौदेबाज़ी में अधिक हिस्सेदारी पाकर एक बार फ़िर जनता के बहुमत के अनुसार महाराष्ट्र में भगवा गठबंधन सरकार बना पायेगी ये देखना दिलचस्प रहेगा।