★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{मुख्यमंत्री ने आदित्य को पर्यावरण/पर्यटन,परब को परिवहन/संसदीय कार्यमंत्री तो काँग्रेस नेता थोरात को राजस्व,चव्हाण को PWD समेत सभी मंत्रियों को वितरित किये विभाग}
[मलाईदार विभागों के लिए कई दिनों से चल रही सिरफुटौव्वल हुई बन्द,महत्वपूर्ण विभाग हथिया एनसीपी ने बताई सरकार में अपनी हैसियत]
♂÷महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी की उद्धव ठाकरे सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर जारी सिरफुटौव्वल थम गई है,मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार की शाम को अपने मंत्रियों में विभागों का बंटवारा कर दिया है। गृहमंत्रालय व वित्तमंत्रालय समेत कई महत्वपूर्ण व भारी भरकम माने जाने वाले विभागों को अपने हिस्से में करने में सफल रही है एनसीपी।
जिसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त मंत्रालय की कमान सौंपी गयी है तो वहीं एनसीपी के अनिल देशमुख को महाराष्ट्र का गृहमंत्री बनाया गया है।कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व विभाग, अशोक चव्हाण को PWD और शिवसेना के एकनाथ शिंदे को शहरी विकास मंत्रालय मिला है।
एनसीपी के जयंत पाटिल को जल संसाधन (सिंचाई), छगन भुजबल को फूड और सिविल सप्लाई, दिलिप वाल्से पाटिल को एक्साइज एंड लेबर, जितेंद्र अवहाद को आवास, राजेश तोपे को स्वास्थ्य, राजेंद्र शिंगने को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय मंत्रालय दिया गया है।
वहीं कांग्रेस के नेताओं नितिन राउत को ऊर्जा, वर्षा गायकवाड़ को स्कूली शिक्षा, यशोमति ठाकुर को महिला और बाल कल्याण, केसी पाडवी को आदिवासी विकास, सुनील केदार को डेयरी विकास व पशुसंवर्धन, विजय वड्डेटीवार को ओबीसी कल्याण, असलम शेख को कपड़ा, बंदरगाह, अमित देशमुख को स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति और बालासाहेब थोराट को राजस्व मंत्रालय दिया गया है।
इसके साथ ही शिवसेना के आदित्य ठाकरे को पर्यावरण, पर्यटन, एकनाथ शिंदे को नगर विकास (MSRDC), सुभाष देसाई को उद्योग, संजय राठोड़ को वन, दादा भुसे को कृषि, अनिल परब को परिवहन,संसदीय कार्य, संदीपान भुमरे को रोजगार हमी (EGS), शंकरराव गडाख को जल संरक्षण, उदय सामंत को उच्च व तकनीकी शिक्षा और गुलाब राव पाटिल को जलापूर्ति मंत्रालय मिला है।
बता दें कि अक्टूबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना ने गठबंधन के रूप में चुनाव लड़कर क्रमशः 105 और 56 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था लेकिन मुख्यमंत्री पद और 50-50 फॉर्मूले की मांग को लेकर शिवसेना ने बीजेपी के साथ अपने तीन दशक लंबे संबंधों को तोड़ लिया था।
इसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ महा विकास अघाडी (गठबंधन) बनाया था और राज्य में बहुमत वाली सरकार का गठन किया था।इस गठबंधन सरकार में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनाए गए हैं,उनके साथ शपथ ग्रहण में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो विधायक भी मंत्री बनाए गए थे इसके अलावा बीते 30 दिसंबर को तीनों पार्टियों के छत्तीस विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी।