★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{अशफ़ाक व मोइनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गुजरात-राजस्थान बॉर्डर के श्यामला जी इलाके से किया गिरफ्तार}
[18 अक्टूबर को लखनऊ में दोनों ने कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या के बाद हुए थे फ़रार,यूपी पुलिस ने रखा था दोनो के ऊपर 5 लाख का इनाम]

(यूपी व गुजरात पुलिस की कई टीमें हत्यारोपियों को पकड़ने के लिए दिनरात थी लगीं,इस हत्याकाण्ड में शामिल होने के आरोप में कइयों को पहले ही हिरासत में ले चुकी है पुलिस)
♂÷गत शुक्रवार 18 अक्टूबर को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के अघ्यक्ष कमलेश तिवारी की गोली मारकर व गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी गई थी आज दोनों मुख्य हत्या आरोपियों को गुजरात राजस्थान बॉर्डर से गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया गया है।
हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी के हत्यारों अशफाक और मोइनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गुजरात और राजस्थान के बॉर्डर से गिरफ्तार करने में कामयाब रही है।
गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमें पुख्ता जानकारी मिली थी कि ये दोनों गुजरात आने की फिराक में हैं।हमने जाल बिछाया और फिर इन्हें श्यामला जी इलाके से धर दबोचने में कामयाब रहे है।
उन्होंने कहा कि इनकी तलाश में कई टीमें लगी थीं लेकिन जब हमें पता चला कि ये गुजरात की तरफ आ रहे तो हमने सारा फोकस इधर लगा दिया। जल्द ही कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद इन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
मालूम हो कि शुक्रवार, 18 अक्टूबर को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के फ़ायर ब्रांड नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी।
कमलेश तिवारी के हत्यारों की तलाश के लिए पुलिस लगातार अलग अलग शहरों में दबिश दे रही थी।उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कमलेश तिवारी की हत्या के दो आरोपियों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।दोनों की लताश के लिए 6 टीमें बनाई गईं थीं जो दिल्ली, लखनऊ, सूरत, शाहजहांपुर समेत कई शहरों लगातार छापेमारी कर रही थीं।
पुलिस ने जो जानकारी साझा की थी उसके मुताबिक कमलेश तिवारी की हत्या में दो शामिल दोनों आरोपियों ने पहले कमरे में चाय पी और इसके बाद कमलेश तिवारी पर हमला कर दिया। हमलावर अपने साथ मिठाई के डिब्बे में बंदूक और चाकू लेकर पहुंचे थे,एक ने गला रेता और दूसरे ने गोली मार दी। कमलेश पर चाकू और बंदूक दोनों से वार किया गया। पुलिस को मौके से एक पिस्तौल भी मिली थी।जिस मिठाई के डिब्बे में आरोपी हथियार लाए थे वो उस पर गुजरात के सूरत की एक दुकान का पता लिखा था। इसी से पुलिस को सबसे बड़ा सुराग हाथ लगा।
पुलिस ने बताया कि दोनों हत्यारे लखनऊ के खालसा इन होटल में रुके थे।उन्होंने अपने असली नाम से ही होटल में कमरा बुक कराया था। वहां जिन आईडी पर होटल की बुकिंग की गई थी वो संदिग्धों अशफाक और मोइनुद्दीन की ही होने की आशंका है।दोनों संदिग्ध होटल के रूम नंबर G 103 में रुके थे। पुलिस को होटल के इस कमरे से भी कई अहम सुराग मिले थे।होटल के रूम में अलमारी में बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता, भगवा रंग का कुर्ता, जिओ मोबाइल का नया बॉक्स, शेविंग किट, चश्मे का बॉक्स मिला, कुर्ते के साथ साथ होटल में मिली तौलिया पर भी खून के निशान मिले थे।