★मुकेश सेठ★
★मुम्बई★
{जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल ने कहा कि नेताओ ने बहुत करप्शन किया है जनता को अपने नेताओं से ज्यादा नाराज़गी है}
[जनता के अंदर 370 के मसले पर पर ज्यादा रिएक्शन नही है थोड़ी नाराज़गी केन्द्र शासित राज्य होने से है कहा मलिक ने]
♂÷जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि इस जमात के 20 प्रतिशत लोग सचिवालय में हैं टीचर्स हैं यहां तक कि महबूबा मुफ्ती की पार्टी भी इसी जमात की विचारधारा वाली पार्टी है,जमात के लोग जहर घोल रहे हैं।
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने कश्मीर के सफर को बेहद अच्छा बताया है।उन्होंने कहा कि मैंने कश्मीर पर कई किताबें पढ़ीं, दिल्ली में बैठे लोगों को सुना, लेकिन जैसा कश्मीर मैंने पाया वो अलग है। कश्मीरियों की तारीफ करते हुए सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि घाटी के लिए सबसे बड़ा खतरा जमात है।
बतौर जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल कार्यकाल खत्म होने के बाद सत्यपाल मलिक ने आजतक से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया कि कश्मीर के लिए सबसे बड़ा खतरा जमात है, जो वहाबी सीख देती है. उन्होंने बताया कि यह एक खतरनाक संस्था है। जिससे प्रभावित लोग कश्मीर में हर तरफ फैले हुए हैं. सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘जमात के 20 प्रतिशत लोग सचिवालय में हैं, टीचर्स हैं, यहां तक कि महबूबा मुफ्ती की पार्टी भी इसी जमात की विचारधारा वाली पार्टी है।
सत्यपाल मलिक के इस दावे पर जब सवाल किया गया कि पीडीपी के बार में ऐसी जानकारी होने के बावजूद उसके साथ बीजेपी ने सरकार क्यों बनाई? इस सवाल पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि उसे हम भुगत रहे हैं।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि कश्मीर का युवा पढ़ना और आगे बढ़ना चाहता है,बस कुछ लोग हैं जिन्होंने स्थिति खराब की है। उन्होंने बताया कि कश्मीर के युवा बहुत प्रतिभाशाली हैं और लोग बहुत अच्छे हैं और उनकी नाराजगी वहां के नेताओं से है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि नेताओं और जनता की नाराजगी में फर्क है और इन दोनों के सवाल अलग-अलग हैं।
उन्होंने ने कहा कि लोग मानते हैं कि कश्मीर की बर्बादी के लिए नेता जिम्मेदार हैं।सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘नेताओं ने बहुत करप्शन किया है जनता को अपने नेताओं से ज्यादा नाराजगी है।जनता के अंदर 370 के मसले पर ज्यादा रिएक्शन नहीं है थोड़ी नाराजगी केंद्र शासित राज्य होने से है, लेकिन यह स्थायी नहीं है।